नई दिल्ली। देश के पूर्वोत्तर के राज्यों मेघालय और नगालैंड में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए हैं। 16 फरवरी को त्रिपुरा में मतदान हुए थे। इन तीनों राज्यों के परिणाम 2 मार्च को सामने आएंगे। वोटिंग के बाद सोमवार शाम को आए एग्जिट पोल्स में त्रिपुरा में भाजपा गठबंधन को बहुमत का अनुमान लगाया गया है। मेघालय में किसी को स्पष्ट बहुमत न मिलने के आसार हैं। वहीं नगालैंड में भाजपा गठबंधन के सत्ता में लौटने का अनुमान लगाया गया है।
त्रिपुरा में भाजपा को पूर्ण बहुमत
पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में भाजपा की सरकार रिपीट होने का अनुमान है। इंडिया टुडे माय एक्सिस के एग्जिट पोल मे ंप्रदेश की कुल 60 सीटों में से भाजपा को 36 से 45 तक सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। एग्जिट पोल के मुताबिक भाजपा को बड़ा बहुमत मिलने जा रहा है तो वहीं लंबे समय तक सत्ता में रही सीपीएम और कांग्रेस के गठबंधन को 6 से 11 सीटें ही मिलने का अनुमान है। इन दोनों दलों के गठबंधन से कहीं बड़ी सफलता नई बनी पार्टी तिपरा मोथा को मिल सकती है। एग्जिट पोल के अनुसार तिपरा मोथा को 9 से 16 सीटें मिल सकती हैं।
भाजपा गठबंधन को बीते 2018 के चुनाव में 51 फीसदी वोट मिले थे और कुल 36 सीटें वह जीत गई थी। इस बार भले ही उसे 6 फीसदी वोट कम मिलने का अनुमान है, लेकिन जानकारों का कहना है कि तिपरा मोथा के खाते में करीब 20 फीसदी वोट जाने से कांग्रेस और लेफ्ट को बड़ा नुकसान है। ऐसे में असली विजेता के तौर पर एक बार फिर से भाजपा ही उभर रही है और उसका मिशन रिपीट सफल हो सकता है।
नागालैंड में प्रचंड बहुमत की ओर एनडीपीपी-भाजपा
नागालैंड विधानसभा चुनाव 2023 का एग्जिट पोल सामने आ गया है। इसके मुताबिक, राज्य में बीजेपी गठबंधन को बहुमत से अधिक सीटें मिल सकती हैं। आज तक माई एक्सिस के आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा के गठबंधन एनडीपीपी-भाजपा+ को 38-48 सीटें मिल सकती हैं। एनपीएफ को 3-8 सीटें मिलती दिख रही हैं। अगर कांग्रेस की बात करें तो यह 1-2 सीटों पर सिमट सकती है। वहीं, अन्य के खाते में 5-15 सीटें आने का अनुमान है। मालूम हो कि नागालैंड में विधानसभा की कुल 60 सीटें हैं। अगर मतदान प्रतिशत की बात करें तो एनडीपीपी+ के खाते 49% वोट आ सकते हैं। कांग्रेस की झोली में 10% वोट आते दिख रहे हैं। वहीं, अन्य दल भी बेहतर प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं जिन्हें 28% तक वोट मिल सकते हैं। इस तरह मतदान प्रतिशत के मामले में भी भाजपा गठबंधन का प्रदर्शन दूसरों के मुकाबले बेहतर है।
मेघालय में फंसा पेंच, त्रिशंकु के आसार
मेघालय में मुकाबला फंस गया है। एग्जिट पोल में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत न मिलने का दावा किया गया है। हालांकि, एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है। लेकिन यहां भी भारतीय जनता पार्टी के लिए अच्छी खबर है। यहां भाजपा का ग्राफ पिछली बार के मुकाबले बढ़ता हुआ दिख रहा है। मेघालय में भाजपा, कांग्रेस, एनपीपी और तृणमूल कांग्रेस समेत इस बार 13 राजनीतिक दल मैदान में हैं। कुल 375 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। इनमें 36 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। मेघालय चुनाव में भाजपा और कांग्रेस ने 60-60 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जबकि तृणमूल कांग्रेस ने 56 उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इसके अलावा सीएम कोनराड के. संगमा के नेतृत्व वाली एनपीपी ने 57 उम्मीदवारों, यूडीपी ने 46, एचएसपीडीपी ने 11, पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 9, गण सुरक्षा पार्टी ने एक, गारो नेशनल काउंसिल ने दो, जनता दल (यूनाइटेड) ने तीन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। एक सीट पर एक प्रत्याशी के निधन के चलते अभी 59 सीटों पर ही मतदान हुआ है। ऐसे में नतीजे भी इन्हीं 59 सीटों के आएंगे। बची हुई सीट पर बाद में उपचुनाव होगा।