भोपाल माध्यमिक परीक्षा मंडल यानी माशिमं (MPBSE) के पेपर लीक मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने वायरल हुए पेपरों के लीक होने की बात को स्वीकार कर लिया है. इसके अलावा विभाग ने मामले में 4 सेंटरों के 9 लोगों को सस्पेंड कर दिया है. अब सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि मंत्री के मानने के बाद क्या बच्चों को फिर से पेपर देना पड़ेगा.
इंदर सिंह परमार ने कहा कि गोपनीयता भंग करना अपराध है
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार बोले- सभी परीक्षाएं यथावत रहेंगी, कोई पेपर दोबारा नहीं होगा. यू टर्न लेते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी पेपर लीक नहीं हुआ. जो भी पेपर सामने आए वह 8:30 बजे के बाद वायरल हुए हैं. जबकि 8:00 बजे स्टूडेंट्स क्लास में चले जाते हैं. जो भी पेपर रात में या 8:00 बजे के पहले वायरल हुए वह गलत पाए गए. कांग्रेस के लोग और अन्य गिरोह भ्रम फैला रहे हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि गोपनीयता भंग करना अपराध है. इसलिए 19 शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है. 8:30 बजे के बाद स्ट्रॉग से पेपर बाहर आये ये गलत है. इसलिए 19 शिक्षकों पर कार्रवाई हुई. अब आगे होने वाली परीक्षाओं में किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए शिक्षा मंत्री ने नई व्यवस्था लागू की है.
FIR दर्ज कर जांच की जा रही है
इससे पहले स्कूल शिक्षा मंत्री ने पेपर लीक होने की बात स्वीकार की थी. उन्होंने कहा था कि पहले राउंड में वायरल हुए पेपर सही है. लेकिन, उसके बात दोबारा लीक हुए पेपर में किसी तरह की कोई सच्चाई नहीं है. FIR दर्ज कर जांच की जा रही है. बोर्ड ने कमेटी बनाई है और क्राइम ब्रांच एक्शन ले रहा है उन्होंने कहा कि गोपनीयता भंग न हो इसलिये अब नई व्यवस्था लागू हो रही है. कलेक्टर, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पुलिस जवान थाने से स्ट्रॉन्ग रूम पेपर ले जाएंगे