Mradhubhashi
Search
Close this search box.

नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉड्रिंग केस में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से ईडी ने 9 घंटे की पूछताछ

नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ईडी ने सोमवार को नौ घंटे पूछताछ की। इसके अलावा उन्हें मंगलवार को भी जांच एजेंसी ने पूछताछ के लिए तलब किया है। राहुल से सुबह करीब तीन घंटे पूछताछ हुई थी और उसके बाद वे अपनी मां और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने सर गंगाराम अस्पताल गए थे। उसके बाद वे प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय दूसरे दौर की पूछताछ के लिए पहुंचे, जो छह घंटे से ज्यादा वक्त तक चली। रात दस बजे के करीब राहुल से पूछताछ खत्म हुई। राहुल से नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े कथित मनी लॉड्रिंग केस में पूछताछ की गई है।

सूत्रों के मुताबिक लंच के बाद हुई पूछताछ में राहुल गांधी कई सवालों के जवाब नहीं दे पाए। जिस कंपनी से एक करोड़ का लोन आया था, उस शेल कंपनी के प्रोपराइटर्स के बारे में जानकारी होने से राहुल ने इनकार किया। उन्होंने कुछ सवालों के जवाब में कहा कि अपने लोगों से पूछ कर बताऊंगा। साथ ही उनसे कुछ दस्तावेजों को देने को कहा गया है। ईडी दफ्तर में राहुल को किसी भी तरह का वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया गया। ईडी अधिकारी ने उनसे उसी तरह पूछताछ की, जैसे वे किसी आम आरोपी से करते। इसे ईडी की तरफ से एक मैसेज भी माना जा रहा है कि ईडी अधिकारी हर किसी के साथ ऐसा ही व्यवहार करते हैं। राहुल गांधी के जवाब को वहां मौजूद कर्मचारी कम्प्यूटर में फीड करते जा रहे थे।

राहुल जब जांच अधिकारी के कमरे में पहुंचे, तब वे अधिकारी मौजूद नहीं थे। पूछने पर साथ के कर्मचारियों ने कहा कि आप बैठिए, साहब आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक राहुल अधिकारी के आने तक खड़े ही रहे। अधिकारी जब पहुंचे तो उन्होंने राहुल से बैठने को कहा। मास्क लगाए राहुल ने कहा, थैंक्स! मुझसे जो पूछना है पूछिए। मैं तैयार हूं।

चिदंबरम की पसली टूटी

पुलिस ने ईडी कार्यालय के आसपास बैरीकेडिंग कर रखी थी। राहुल गांधी के अंदर जाने के बाद कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता बाहर ही धरने पर बैठ गए। थोड़ी देर बाद ही कांग्रेस के कई नेता जैसी पी चिदंबरम, अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, दीपेंद्र हुड्डा और जयराम रमेश आदि को हिरासत में ले लिया गया और उन्हें बसों में बैठाकर पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
 कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि दिल्ली पुलिस द्वारा धक्का दिए जाने के कारण चिदंबरम की पसली टूट गई है। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि एक अन्य कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी को सड़क पर फेंक दिया गया और उनके सिर में चोट आई है।

गांधी परिवार के लिए सड़कों पर कांग्रेस

राहुल गांधी ईडी के सामने पेश होते वक्त कांग्रेस ने विरोध मार्च किया। केंद्र सरकार और ईडी के खिलाफ खूब नारेबाजी भी की। राहुल गांधी कांग्रेस के न तो अध्यक्ष हैं और किसी बहुत बड़े पद पर हैं वो सिर्फ वायनाड से सांसद हैं। बावजूद इसके कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री अपना-अपना कामकाज छोड़कर राहुल गांधी के ईडी के सामने पेश होने पर दिल्ली में विरोध कर रहे थे।

459 कांग्रेस कार्यकर्ता हिरासत में

दिल्ली पुलिस का कहना है कि राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी के विरोध में मार्च के दौरान 459 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। इसमें 26 सांसद और 5 विधायक शामिल हैं। दिल्ली पुलिस का कहना है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान हाथापाई और चोटें लगने के आरोपों की सतर्कतापूर्वक जांच की जाएगी।

लंबी पूछताछ से बढ़ी बेचैनी

कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि ईडी कार्यालय में सुबह करीब साढ़े 11 बजे से शुरू हुई राहुल गांधी से पूछताछ देर रात तक चलेगी। लंच के बाद में एक बार फिर से राहुल गांधी से शुरू हुई ईडी कार्यालय में पूछताछ का सिलसिला जब लंबा चलने लगा, तो कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी मुख्यालय में चिंता और चिंतन का दौर शुरू कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, रात को बैठक में न सिर्फ सोमवार को हुई राहुल गांधी से हुई लंबी पूछताछ और देशभर में हुए प्रदर्शन को लेकर के चर्चा हुई। बल्कि इस बात को लेकर निर्णय लिया गया कि पार्टी अब इस सत्याग्रह को गांव-गांव तक ले जाएगी।

सोनिया को लेकर बढ़ी चिंता

कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी को सबसे ज्यादा चिंता इस बात की है कि जिस तरीके से राहुल गांधी ने सोमवार को ईडी के सामने पेश होकर के उनके सवालों का जवाब दिया, क्या उसी तरीके से कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी 23 जून को होने वाली पूछताछ में हिस्सा लेगीं। दरसल, कांग्रेस के वरिष्ठ एक नेता कहते हैं कि सोनिया गांधी न सिर्फ बीमार रहती हैं बल्कि इस वक्त भी अस्पताल में दाखिल है। इसलिए सबसे ज्यादा चिंता का विषय सोनिया गांधी के लिए बना हुआ है।

पार्टी ने बनाया यह प्लान

पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सोमवार को देर रात हुई कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ यह तय हो चुका है कि अब इस आंदोलन को देश की राजधानी से लेकर प्रदेश की राजधानी और जिला मुख्यालय से लेकर शहरों और गांवों तक ले जाया जाएगा। इसके लिए बाकायदा उदयपुर में हुए चिंतन शिविर के दौरान तैयार की गई कमेटियों को जिम्मेदारियां भी सौंपी जा चुकी है।

राहुल से पूछे गए अहम सवाल

-आपकी यंग इंडिया में क्या भागीदारी थी?
-आपने यंग इंडिया के शेयर अपने नाम क्यों किए?
-आपकी यंग इंडिया में कितने प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
-आपके अलावा और कौन-कौन यंग इंडिया में शेयर होल्डर हैं?

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट