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आर्थिक सलाहकार का दावा, तीसरी लहर नहीं आई तो कोविड पूर्व स्तर पर आ जाएगी जीडीपी

नई दिल्ली। प्रमुख आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने शुक्रवार को बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि हम अर्थव्यवस्था का तेजी से विस्तार करने में सक्षम हैं। यदि तीसरी कोरोना लहर आई भी तो हम इसका मुकाबला कर लेंगे। हमारा राजस्व घाटा बहुत नियंत्रित है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि तीसरी लहर नहीं आई तो दिसंबर तिमाही तक जीडीपी वृद्धि दर कोविड पूर्व का स्तर पा लेगी।

जीडीपी वृद्धि दर पहुंची 20.1 फीसदी पर

बता दें, कोरोना संकट के कारण आई गिरावट से उबरते हुए देश की जीडीपी वृद्धि दर जून तिमाही के दौरान बड़े उछाल के साथ 20.1 फीसदी पर पहुंच गई है। इस लेकर संजीव सान्याल ने कहा, ह्यहमने सालाना आधार पर अप्रैल-जून में 20.1 फीसदी जीडीपी वृद्धि दर हासिल की। यह बड़ी संख्या है। हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह 2020 में इसी अवधि में लॉकडाउन के कारण हुई निम्न जीडीपी पर आधारित है। लेकिन यदि तीसरी लहर नहीं आती है तो हम अक्तूबर-दिसंबर तिमाही तक कोविड पूर्व के स्तर पर पहुंचने में सक्षम होंगे।

पिछले साल मार्च के मुकाबले आया जीडीपी में तेज उछाल

मार्च 2021 तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 1.6 फीसदी रही थी। चालू वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में पिछले साल की निम्न जीडीपी दर के मुकाबले जीडीपी वृद्धि दर में तेज वृद्धि दर्ज की गई है। कोरोना महामारी के चलते देशव्यापाी लॉकडाउन के कारण 2020 में देशभर में आर्थिक गतिविधियां ठप रही थीं। इस कारण 2020—21 की जून तिमाही के मुकाबले जून 2021 तिमाही में आर्थिक वृद्धि की रफ्तार बेहद तीव्र दर्ज हुई है। यह चालू वित्त वर्ष को लेकर विशेषज्ञों के अनुमान के अनुसार ही है। विशेषज्ञों ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 20 फीसदी रहने का अनुमान जताया था।

खाने के तेल की कीमतें दिसंबर से घटने लगेंगी : खाद्य सचिव

उधर, खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने कहा है कि दिसंबर से खाद्य तेल की कीमतें घटने लगेंगी। नई फसल आने व विश्व बाजार में दाम घटने के अनुमान के कारण यह संभव हो सकेगा। बता दें, देश में खाने के तेल का 60 फीसदी आयात होता है। बीते एक साल में इसके दाम 64 फीसदी तक बढ़ चुके हैं। पांडेय ने कहा कि वायदा बाजार में दिसंबर से खाद्य तेल के दामों में गिरावट नजर आ रही है। हालांकि बहुत ज्यादा गिरावट की संभावना नहीं है, क्योंकि दाम अंतरराष्ट्रीय दबाव में हैं।.

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