Dharma: मोर पंख को वैदिक परंपरा में बहुत शुभ माना जाता है। भगवान श्रीकृष्ण को मोरपंख अतिप्रिय था और वह इसको अपने मुकुट में धारण करते थे। मान्यता है कि घर में मोरपंख को रखने से घर-परिवार में शुभता आती है और सकारात्मक ऊर्जा का विस्तार होता है। आइए जानते हैं मोरपंख से जुडी़ खास बातें.
गृहदोष का निवारण
ग्रहों के अशुभ प्रभाव के निवारण के लिए मोरपंख पर 21 बार संबंधित ग्रह के मंत्र का उच्चारण कर जल समर्पित करें। इसके बाद इसे कहीं ऐसे स्थान पर रखें जहां से ये दिखाई न दे।
गृहबाधा का निवारण
घर में नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा के विकास के लिए घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करे और साथ में दो मोरपंख भी रखें। इस उपाय से घर में समृद्धि का वास होता है।
राहु दोष का निवारण
मोरपंख के उपाय से राहु दोष से छुटकारा पाया जा सकता है। राहु से पीड़ित जातक को एक ताबीज में मोरपंख बांधकर अपने दाहिने बाजू में धारण करना चाहिए। इस उपाय से कार्यों में आ रही बाधाओं का नाश होगा।
नजरदोष से मुक्ति
नजरदोष से बचाव के लिए घर के मुख्य द्वार पर ऐसी जगह मोरपंख लगाएं, जहां पर पर लोगों की नजर पड़ती रहे। इस उपाय से नजरदोष खत्म होता है.
अध्ययन के लिए उपाय
यदि बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है तो उसकी किताबों में मोर पंख रख दें। इस उपाय से बच्चे की एकाग्राशक्ति बढ़ेगी और उसका पढ़ाई में मन लगेगा।
शत्रु नाश के लिए
यदि शत्रु बहुत परेशान कर रहे हैं तो मोरपंख पर हनुमान जी के मस्तक का सिंदूर मंगलवार शनिवार उनका नाम लेकर लगाएं और सुबह के समय बिना मुंह धोए इसे बहते हुए पानी में बहा दें।
मनोकामना पूर्ण करने के लिए
कार्य की बाधाओं को दूर करने के लिए और मनोकामनाओं को पूर्ण करने के लिए राधा-कृष्ण के मंदिर में रोजाना एक मोरपंख अवश्य समर्पित करें। 40 दिनों तक हर शनिवार और रविवार को यह उपाय करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
दांपत्य जीवन के तनाव का निवारण
पति-पत्नी के बीच तनाव को दूर करने के लिए बेडरूम के पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में मोर पंख रखने से पति-पत्नी के संबंध जल्दी ही बेहतर हो जाते हैं।