कर्नाटक के प्रमुख चेहरों में से एक D.k shivkumar अपना परिचय कुछ इस अंदाज में देते है। “चाहे लाखों नारे लगाए जाएं, ये डीके शिव कुमार किसी भी चीज़ से डरने वाला नहीं है. मैं अकेला आया हूं, और अकेला ही जाऊंगा
डीके शिवकुमार की पॉलीटिकल जर्नी –
कर्नाटक में डीके शिवकुमार(D.k shivkumar) सिर्फ D.K के नाम से जाने जाने जाते है। D.k को कर्नाटक में कांग्रेस का सबसे बड़ा संकट मोचन माना जाता है, क्योंकि उस राज्य में जब जब कांग्रेस फसी तब तब डीके शिवकुमार ने मोर्चा संभाला। उनकी तारीफ बीजेपी के येदुरप्पा भी करते हैं।
यह वही येदुरप्पा है जो साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बहुमत के बेहद करीब होने के बावजूद सरकार नहीं बना पाए थे। बीजेपी के पास उस समय 104 विधायक थे लेकिन बहुमत के लिए उसे 112 विधायकों की जरूरत थी, यानी सिर्फ 8 विधायक कम होते हैं येदुरप्पा उस समय सीएम बनने के बेहद करीब थे।
लेकिन फिर तमाम कोशिशों के बावजूद 8 विधायकों को अपने खेमे में नहीं ला पाए और फिर बीजेपी की सरकार नहीं बन पाई इसके पीछे का खेल सारा डीके शिवकुमार का ही था की एक भी विधायक चाहे वह कांग्रेस का हो चाहे जेडीएस का वह पाला नहीं बदल पाया और बीजेपी की सरकार नहीं बन पाई। डीके शिवकुमार कई बड़ी भूमिका भी सियासत के पन्नों पर निभा चुके हैं।
डी.के शिवकुमार (D.k shivkumar) का पॉलीटिकल मेनेजमेंट
गुजरात विधानसभा चुनाव था, कांग्रेस की साख दांव पर लगी थी, क्योंकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल चुनाव लड़ रहे थे यह वह दौर था जब कांग्रेस के कई नेता और विधायक पाला बदलकर दूसरी पार्टी में जा रहे थे, लेकिन तभी कांग्रेस के संकट मोचन डीके ने सारा सबकुछ संभाला क्विक डिसीजन लेते हुए सभी 44 विधायकों को कर्नाटक भेज दिया वहां उन्होंने अपने ही रिसोर्ट में उन विधायकों को ठहराया था। इतनी टाइट सिक्योरिटी थी वहां कि कोई भी विधायक पाला नहीं बदल पाया था। डीके इस तरह के टैक्टिक्स में माहिर माने जाते हैं।
गुजरात से पहले वह साल 2002 में महाराष्ट्र में विलासराव देशमुख की सरकार बचाने के लिए भी विधायकों को कर्नाटक के अपने रिसोर्ट में ले गए थे। टाइट सिक्योरिटी के बीच उस समय भी कोई भी विधायक पाला नहीं बदल पाया था।
डीके शिवकुमार का पॉलिटिकल मैनेजमेंट तो गजब का है उनको नजदीक से जानने वाले लोग बताते हैं कि, वह बेहद ही ठहरे हुए इंसान है, महत्वकांक्षी भी है और उनकी इच्छा मुख्यमंत्री बनने की भी है। वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। उनका मानना है कि, उनकी किस्मत में कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनना लिखा है।
लोग बताते हैं कि उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए अपनी जमीन एक बार गिरवी रखी थी। डीके (D.k shivkumar) कांग्रेस का वह चेहरा है, जो हर चीज कांग्रेस के विपरीत जाती है उसे कांग्रेस पार्टी के अनुकूल बना देते हैं।
यही वजह है कि साल 2017 में जहां एचडी कुमार स्वामी के मुख्यमंत्री बनने का चांस ना के बराबर था, लेकिन उनको मुख्यमंत्री बना दिया और यदुरप्पा जो उस समय अघोषित सीएम बन गए थे, उनको वहां पर सरकार नहीं बनाने दी। डीके ने येदुरप्पा को बड़ी ही आसानी से पछाड़ दिया।
राजनैतिक सफर की शुरुआत
कर्नाटक की राजनीति में अहम रोल निभाने वाले दो समुदाय है लिंगायक और वोकलिका। डीके (D.k shivkumar) वोकलिका समुदाय से ही आते हैं। इसी समुदाय से देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री एच. डी. देवेगौड़ा भी आते हैं। डीके शिवकुमार जब मात्र 25 साल के थे, जब उन्होंने पहला चुनाव एचडी देवे गौड़ा के खिलाफ ही लड़ा था, हालांकि वह चुनाव वह डेढ़ लाख वोटों से हार गए थे।
डी.के शिवकुमार (D.k shivkumar) नेता जिसने अपनी जमीन भी भेज दी थी कर्नाटक के चुनाव लड़ने के लिए आज वही कर्नाटक का एक बड़ा और बेहद ताकतवर नेता बन चुके हैं
इसके बाद वह फिर से चुनाव लड़े और जीतकर पहली बार विधायक बने अपनी अब तक की पॉलीटिकल जर्नी में D.k energy minister, urban development minister, और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके है।

डी.के शिवकुमार (D.k shivkumar) की संपत्ति
वह कर्नाटक में सबसे अमीर नेता माने जाते हैं उनके पास लगभग 1414 करोड़ की संपत्ति आकी गई है, या इससे ज्यादा भी हो सकती है। ताजा चुनावी हलफनामे मे डी.के शिवकुमार (D.k shivkumar) ने 2018 से 2023 तक हर वर्ष 100 करोड़ का इजाफा बताया है अभी तक उनकी संपत्ति 68% का इजाफा हुआ है ,डी.के शिवकुमार (D.k shivkumar) के 12 बैंक अकाउंट है जो उनके और उनके भी संयुक्त रूप से संभालते है
डी.के शिवकुमार (D.k shivkumar) की कुल संपत्ति, चल और अचल दोनों, कुल मिलाकर 1,214 करोड़ रुपये आंकी गई है, जबकि उनकी पत्नी उषा शिवकुमार की कुल संपत्ति 153.3 करोड़ रुपये है, और संयुक्त परिवार की संपत्ति 61 करोड़ रुपये है।
शिवकुमार ने आगे खुलासा किया कि उन पर कुल 226 करोड़ रुपये बकाया हैं। डीके शिवकुमार ने प्रदर्शित किया कि कैसे उनके परिवार की आय खेती, किराये के राजस्व और विभिन्न उद्यमों और निगमों में स्टॉक से प्राप्त होती है। नेता की संपत्ति, जिसमें सोना, एक घड़ी, संपत्ति और बहुत कुछ शामिल है, का विवरण नीचे दिया गया है:
डीके शिवकुमार 244.93 करोड़ रुपये के मालिक हैं, जबकि उनकी पत्नी और बेटा आकाश क्रमशः 20.3 करोड़ रुपये और 12.99 करोड़ रुपये के मालिक हैं। डीके शिवकुमार की कुल संपत्ति 1,214 करोड़ रुपए आंकी गई है। उनकी पत्नी रुपये की संपत्ति की पंजीकृत मालकिन हैं। 133 करोड़। कुल मिलाकर परिवार की संपत्ति का अनुमानित मूल्य रुपये है। 1,414 करोड़। शिवकुमार के बेटे के तहत कुल 66 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है।
D.K. शिवकुमार का व्यक्तिगत जीवन :-
शिवकुमार के पिता का नाम केम्पेगौड़ा है और माता का नाम गौरम्मा है। उनका जन्म कर्नाटक राज्य के पास स्थित कनकपुरा गांव में हुआ है। शिवकुमार के पास एक छोटे भाई भी है, जिनका नाम डीके सुरेश है और वे एक राजनेता हैं।
वर्ष 1993 में शिवकुमार ने उषा नामक महिला से विवाह किया। उनके विवाह की खुशी में उन्हें तीन सुंदर बेटियां और एक पुत्र प्राप्त हुआ है। उनकी बेटियों के नाम हैं ऐश्वर्या और आभरण, और उनके पुत्र का नाम है आकाश। शिवकुमार वोक्कालिगा जाति के सदस्य हैं। इस जाति के लोगों का मुख्य व्यापार कृषि होता है, और वे अपने समाज के विभिन्न कार्यों में सक्रिय रहते हैं। शिवकुमार भी अपने समाज में समाजसेवा के लिए प्रशंसा पाते हैं और उनका योगदान महत्वपूर्ण है।
