इंदौर। देश में शनिवार से कोरोना का वैक्सीनेशन शुरू हुआ। इंदौर में प्रदेश के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल एमवाय सहित पांच अस्पतालों में टीकाकरण की शुरुआत हुई।
महामारी के अंत की हुई शुरुआत
कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 का टीका लगाए जाने के चरणबद्ध अभियान की शुरुआत शनिवार से हो गई। पांच टीकाकरण केंद्रों पर सुबह 9 बजे से टीका लगने की प्रक्रिया शुरू हुई। सबसे पहले टोकन बांटे गए। वहीं, मंत्री तुलसी सिलावट और सांसद शंकर लालवानी सहित संभागायुक्त पवन शर्मा ने एमवाय पहुंचकर टीका लगवाने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से बात की। इस दौरान सांसद शंकर लालवानी ने वेक्सीन आने पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा की आज से सबसे बड़ी महामारी के अंत की शुरुआत हो चुकी।

रोजाना 100-100 स्वास्थ्यकर्मियों को लगेगा टीका
आज से रोजाना 100-100 स्वास्थ्यकर्मियों को वेक्सीन लगाया जाएगा। हफ्ते में चार दिन टीकाकरण होगा।स्वास्थ्यकर्मियों में भी सबसे पहले अस्पतालों के सफाई कर्मियों को वेक्सीन लगाया जा रहा है। इसके अलावा शहर के कई वरिष्ठ डॉक्टर्स भी पहले ही दिन यह वेक्सीन लगवाने जा रहे हैं। जिनमें प्रमुख रूप से एमजीएम मेडिकल कॉलेज डीन डॉक्टर संजय दीक्षित, सीएमएचओ डॉक्टर पूर्णिमा गडरिया, जैसे कई नाम सामने आए हैं। इस दौरान संभागायुक्त डाक्टर पवन शर्मा ने बताया की वेक्सीन के आने से अब कोरोना की चेन को तोड़ना आसान होगा, लेकिन अभी भी लोगों को मास्क पहनने के साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा। ताकि जल्द से जल्द कोरोना पर जीत हासिल की जा सके।
वेक्सीन है पूरी तरह से सुरक्षित
एमवाय अस्पताल पहुंचे प्रदेश के मंत्री तुलसी सिलावट का कहना था की देश में बनी यह वेक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित और कारगर है।सिलावट ने लोगों से अपील की है की बिना डर और भय के वेक्सीन के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाए और कोरोना के रोकथाम के लिए जारी मुहीम में अपना सहयोग दे।
एमवाय अस्पताल सहित अन्य सेंटर पर वेक्सीनेशन की शुरुआत हो चुकी है यहाँ सुरक्षा को लेकर माकूल बंदोबस्त किए गए है।वही लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसको लेकर भी ख़ास सावधानी बरती जा रही है।साथ ही यह भी तय किया गया है कि एक साथ दस स्वास्थ्यकर्मियों के आने के बाद एक वॉयल खोली जाएगी। एक वॉयल में दस लोगों को वेक्सीन लगाया जा सकेगा।