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Coronavirus: छह माह में हो जाएगी तैयार तीन साल तक के बच्चों की वैक्सीन ‘कोवोवैक्स’

नई दिल्ली। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बच्चों की कोरोना रोधी वैक्सीन छह माह में बाजार में पेश करने की योजना बनाई है। मंगलवार को कंपनी सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि ‘कोवोवैक्स’ का अभी का ट्रायल चल रहा है। ‘कोवोवैक्स’ तीन साल तक के बच्चों का कोरोना से बचाव करेगी। वर्तमान में सीरम की कोविशील्ड व अन्य कंपनियों की कोरोना रोधी वैक्सीन 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए तैयार की गई है। पूनावाला ने कहा कि हमें बच्चों में गंभीर बीमारियां नजर नहीं आईं। हालांकि हम अगले छह माह में बच्चों की वैक्सीन ले आएंगे। उन्होंने बताया कि देश में पहले से दो कंपनियों को बच्चों की वैक्सीन के लिए लाइसेंस दिया जा चुका है और उनकी वैक्सीन जल्द ही उपलब्ध होगी।

ओमिक्रॉन क्या असर, पता नहीं

सीरम के सीईओ ने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बच्चों पर असर को लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। यह किस तरह से उन पर असर डालेगा, अभी नहीं कह सकते। हां, इतना अवश्य है कि कोरोना वायरस से अब तक बच्चों पर बहुत बुरा असर नहीं पड़ा है। मैं सोचता हूं कि उनका शरीर, सेल्स व फेफड़े बेहतर ढंग से रिकवरी करते हैं।

महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन ने डराया! एक दिन में 8 नए केस, कुल आंकड़ा पहुंचा 28

मुंबई। महाराष्ट्र में एक बार फिर ओमिक्रॉन आंकड़े डरा रहे हैं। आज राज्य में आठ नए मामले सामने आए हैं जो ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। चिंता की बात है कि ज्यादा मामले मुंबई से सामने आ रहे हैं। इन आठ मामलों में से भी सात तो मुंबई में ही मिल गए हैं। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 28 पहुंच गया है। अभी तक मुंबई में 12, चिंचवाड में 10,पुणे में 2, डोंमबिवाली में एक मामला सामने आ चुका है। राज्य सरकार ने अपनी तरफ से एयरपोर्ट पर जरूर सख्त नियम कर दिए हैं, रिस्क वाले देशों के लिए क्वारंटाइन की बात भी कही गई है, लेकिन फिर भी सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में ही सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र के अलावा दिल्ली, राजस्थान में भी ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ते दिख रहे हैं।

दिल्ली में ओमिक्रॉन के चार नए मामले सामने आ गए हैं, ऐसे में राजधानी में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 6 पहुंच गया है। वहीं राजस्थान में भी आज चार मरीज ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाए गए हैं, वहां भी इस नए वेरिेएंट ने सरकार को चिंता में डाल दिया है. देश के कुल आंकड़े की बात करें तो अभी तक 61 मरीज सामने आ चुके हैं। सरकार की तरफ से लगातार जानकारी दी जा रही है, टीकाकरण तेज करने पर भी जोर है, लेकिन इस बीच ओमिक्रॉन का खतरा भी देश में तेजी से पैर पसार रहा है।

वीके पॉल के बयान ने बढ़ाई टेंशन

चिंता तो वीके पॉल के बयान से भी बढ़ गई है। उन्होंने कहा है कि कोरोना के नए वेरिएंट्स की वजह से वैक्सीन का असर भी कम हो सकता है। ऐसे में उन्होंने कहा कि भविष्य में और भी वैक्सीन की जरूरत पड़ सकती हैं। कुछ समय पहले यूके में भी एक्सपर्ट ने कहा था कि कोविशील्ड वैक्सीन ओमिक्रॉन के खिलाफ कम असरदार है। डब्ल्यूएचओ मान चुका है कि कोरोना का ये नया वेरिएंट वैक्सीन को भी चकमा दे सकता है। ऐसे में सावधानी बरतने और सोशल डिस्टेंसिंग पर पूरा जोर दिया जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया ओमिक्रॉन की सबसे पहले दस्तक दक्षिण अफ्रीका में रही थी. वहां पर ज्यादातर मामले इसी वेरिएंट के आ रहे हैं. इसके बाद यूके में भी इस वेरिएंट ने जबरदस्त कहर बरपाया है और वहां पर एक मौत की पुष्टि भी हो चुकी है.

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