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Coronavirus: दुनिया को पांचवीं लहर का खतरा?, यूरोपीय देशों में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना केस

Coronavirus: देश-दुनिया में अब भी कोरोना महामारी का खतरा बना हुआ है। यूरोपीय कई देश कोरोना की चपेट से बाहर नहीं निकल पा रह हैं, बल्कि दुनिया कोरोना संक्रमण की पांचवीं लहर से घिरती हुई नजर आ रही है। इसका उदाहरण भी देखने को मिला रहा है। इन दिनों फ्रांस, अमेरिका, जर्मनी, बेल्जियम, ब्रिटेन, नीदरलैंड, पोलैंड और रूस जैसे देशों में कोरोना एक बार पांव पसार रहा है। इधर, डब्ल्यूएचओ बार-बार खतरा सचेत करता आ रहा है और कोविड नियमों के पालन करने की समझाइश दे रहा है।

फ्रांस में कोरोना ने पसारे पैर

फ्रांस में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर से बढ़ने लोग परेशान हो गए हैं। बताया जा रहा है कि देश में कोरोना की पांचवीं लहर जल्द दी दस्तक दे सकती है, इसलिए सभी को सावधान व सतर्क रहने की दरकार है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन के मुताबिक पांचवीं लहर पहले से कहीं ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। ओलिवियर वेरन ने कहा है कि पांचवीं लहर से बचने का एकमात्र उपाय यह है कि हम लगातार कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते रहें। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश में कोरोना महामारी का कहर अभी समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए लोगों को बेहद सर्तक रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस समय हम बेहद नाजुक मोड़ पर खड़े हैं। इसलिए लापरवाही से बचें। हम लोगों से अपील करते हैं कि वे कोरोना के नियमों का पालन करें।

अक्टूबर से बढ़ रहे मामले

उन्होंने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण के मामले अक्टूबर मध्य से लगातार बढ़ रहे हैं। ओलिवियर ने कहा कि ज्यादा वैक्सीनेशन, मास्क और स्वच्छता उपायों के साथ हम पांचवीं लहर का सामना मजबूती के साथ कर सकते हैं। ऐसा भी संभव है कि हम इस महामारी को पूरी तरह से हरा दें। 10 नवंबर को देशभर में कोरोना को 11883 नए मामले सामने आए थे। ये लगातार दूसरा दिन था, जब देश में कोरोना के 10 हजार से ज्यादा केस दर्ज किए गए। फ्रांस में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 73 लाख 46 हजार हैं। कोरोना के कारण देश में 1 लाख 19 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

जर्मनी में कोरोना से हालात खराब

जर्मनी में गुरुवार को कोविड-19 के रिकॉर्ड 50,196 नए मामले सामने आए हैं। महामारी की शुरुआत के बाद यह पहली बार है, जब जर्मनी ने 50 हजार के आंकड़े को पार किया है। 24 घंटे में यहां 244 मौतें हुई है। वहीं, जर्मनी के टॉप वायरोलॉजिस्ट क्रिश्चियन ड्रॉस्टन ने आने वाले दिनों में 1 लाख मौतों की आशंका जाहिर की है।

ड्रॉस्टन ने इसे इमरजेंसी बताया और कहा- हमें तत्काल एक्शन लेना होगा। उन्होंने कोरोना के यूके स्ट्रेन पर हुई स्टडी के बारे में बताते हुए कहा कि वायरस संक्रामक होने के साथ जानलेवा भी हो गया है। डॉक्टरों का कहना है कि यह अब तक की सबसे खतरनाक लहर हो सकती है। हाल के दिनों में संक्रमण और मौतों में बढ़त हुई है। राज्य ने अन-वैक्सीनेटेड लोगों पर बार, रेस्तरां, सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होने पर रोक लगा दी है। सितंबर के आम चुनाव के बाद देश में कोराना के मामलों में उछाल आया है। कई राजनीतिक पार्टियां अनिवार्य वैक्सीनेशन के खिलाफ है। इनका कहना है कि, सरकार में आने के बाद वो कोई लॉकडाउन नहीं लगाएंगी।

यूरोप में तेजी से बढ़ रहे मामले

दुनियाभर में कोरोना से अब तक 25.22 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, इस महामारी से अब तक कुल 50.9 लाख से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है। जर्मनी और ब्रिटेन के साथ ही नीदरलैंड, पोलैंड और रूस जैसे देशों में कोरोना एक बार पांव पसार रहा है। ये वो देश हैं जो अपनी करीब दो तिहाई आबादी को पूरी तरह से वैक्सीनेट कर चुके हैं। ब्रिटेन में भी लगातार 30 हजार से अधिक केस सामने आ रहे हैं। ब्रिटेन में पिछले एक हफ्ते में करीब 1200 और जर्मनी में 950 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। बेल्जियम के स्वास्थ्य मंत्री फ्रैंक वांडरब्रुक ने भी माना है कि उनका देश कोरोना की चौथी लहर का सामना कर रहा है।

नाक से दिया जाएगा कोवैक्सीन का बूस्टर शॉट

‘भारत बायोटेक’ के चीफ और भारत का पहला कोरोना रोधी टीका ‘कोवैक्सीन’ विकसित करने वाले कृष्णा एल्ला ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक के छह महीने बाद ही तीसरी खुराक दी जानी चाहिए, यही सबसे सही समय है। साथ ही, उन्होंने नाक से दिए जाने वाले टीके (नेजल वैक्सीन) के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि उनकी कंपनी ‘जीका’ रोधी टीका बनाने वाली दुनिया की पहली कंपनी है। उन्होंने साथ ही यह बताया कि उनकी कंपनी जल्द ही नेजल वैक्सीन को बूस्टर खुराक के तौर पर लाने का विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि दूसरी खुराक के छह महीने बाद ही तीसरी खुराक दी जानी चाहिए। तीसरी खुराक के लिए यही सबसे उचित समय है। भारत बायोटेकनाक से दिए जाने वाली टीके को ‘बूस्टर’ खुराक के तौर पर लाने का भी विचार कर रहा है। ‘नेजल वैक्सीन’ के महत्व के बारे में उन्होंने कहा कि पूरा विश्व ऐसे टीके चाहता है।

विदेश से आने वाले बच्चों को कोविड जांच से राहत

कोरोना वायरस महामारी के चलते लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों में धीरे-धीरे राहत दी जा रही है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए संशोधित दिशानिर्देश जारी किए। इनमें कहा गया है कि पांच साल के कम आयु के बच्चों को यात्रा से पहले या फिर बाद में कोविड-19 जांच से राहत देने का फैसला किया गया है। हालांकि, अगर बच्चों में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखते हैं, तो उनकी जांच करवानी होगी और प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज करवाना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी इन दिशानिर्देशों में कहा गया है कि ये मानक संचालन प्रक्रिया 12 नवंबर से प्रभाव में आ जाएगी और इस संबंध में अग्रिम आदेश आने तक जारी रहेगी।

हर वयस्क को टीके की पहली खुराक देना सुनिश्चित करें

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों को निर्देश दिया कि ‘हर घर दस्तक’ अभियान के तहत हर वयस्क को टीके की पहली खुराक देना सुनिश्चित करें। देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ एक वर्चुअल वार्ता के दौरान मंडाविया ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ाई अब अपने अंतिम चरण में है। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि 12 करोड़ से अधिक लोगों को अभी टीके की दूसरी खुराक दी जानी बाकी है। मंडाविया ने कहा कि इस महामारी के खिलाफ हमारे दो हथियार सबसे ज्यादा प्रभावी रहेंगे, टीकाकरण और कोरोना अनुरूप व्यवहार। हमें तब तक ढिलाई नहीं बरतनी है जब तक इसे पूरी तरह समाप्त नहीं कर लिया जाता। उन्होंने कहा कि इस समय 79 फीसदी वयस्क आबादी को कोरोना रोधी टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है और 38 फीसदी को दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं। उन्होंने सभी राज्यों से टीकाकरण की रफ्तार को और तेज करने के उपायों पर विचार-विमर्श करने के लिए भी कहा।

भारत में पिछले 24 घंटे में 13091 नए केस

भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 13091 नए केस सामने आए हैं। सक्रिय मामलों की संख्या में रिकॉर्ड गिरावट आई है। देश में फिलहाल सक्रिय मामलों की संख्या 1,38,556 है, जो पिछले 266 दिन में सबसे कम है। वहीं, बीते 24 घंटे में महामारी से 340 लोगों की मौत हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में लगातार 34 दिनों से कोरोना के दैनिक मामले 20 हजार से कम हैं और 136 दिन से 50 हजार से कम नए दैनिक मामले सामने आ रहे हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या भी घटकर 1,39,683 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.41 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है।

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