Coronavirus: कोरोना की दूसरी लहर के विकराल रूप धारण करने के साथ ही सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई है। हर तरफ खौफ, बदइंतजामी, अव्यवस्था और स्वास्थ सेवाओं की बदहाली का आलम हैं वहीं जरुरी स्वास्थ सेवाओं की कमी की वजह से लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। ऐसे में कई जगहों पर मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है को कहीं पर मृत शरीर को सही तरीके से अंतिम संस्कार नसीब नहीं हो रहा है। कोरोना मरीज के शव को कूड़ा गाड़ी में श्मशान ले जाने का एक मामला हिमाचल प्रदेश से सामने आया है।
शव को ले जाया गया कूड़े की गाड़ी में
देश में कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा अचानक काफी बढ़ गया है। ऐसे में मृत शरीर को अस्पताल से श्मशान तक ले जाने में जद्दोजहद करना पड़ रही है। मरीजों की संख्या में बेतहाशा इजाफा होने से व्यवस्था चरमराती जा रही है। हिमाचल प्रदेश में कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले एक व्यक्ति के शव को कूड़े की गाड़ी में श्मशान स्थल तक ले जाने का मामला सामने आया है। मीडिया में खबर आने के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
24 घंटे बाद शव सौंपने का आरोप
मृतक के परिजन कृष्ण टिंकू ने आरोप लगाया कि ईएसआई बद्दी अस्पताल में कोरोना पीड़ित उनके भाई के शव को 24 घंटे बाद उनको सोंपा गया और अधिकारियों ने शव को कूड़ा उठाने वाली ट्रैक्टर ट्रॉली में रखकर श्मशान घाट तक पहुंचाया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के संज्ञ3न में आने के बाद उन्होंने सोलन के उपायुक्त के सी चमन को जांच करने और रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। मृतक के परिजन कृष्ण टिंकू ने कहा कि उनके 54 साल के भाई आरकी के रहने वाले थे और कुछ दिनों पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। गौरतलब है हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण से अब तक1,429 लोगों की मौत हो चुकी है।