एक बार फिर देश में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। करीब 2 महीने बाद कोरोना के एक्टिव केस 3 हजार से ज्यादा हो गए हैं। 140 करोड़ की आबादी वाले भारत के हिसाब से भले ही यह आंकड़ा छोटा है लेकिन कोविड मामलों में अचानक वृद्धि के साथ-साथ H3N2 वायरस के मामलों में भी वृद्धि हुई है, जो एक चिंता का विषय है।
पिछले 3 हफ्तों से कोरोना के मामले तेजी से बढ़े
भारत में में पिछले 20 दिनों से कोरोना के मामलों में अचानक तेजी देखने को मिली है। 27 फरवरी से 5 मार्च के बीच देश में कोरोना के 1898 नए मामले सामने आए। यह इसके पहले हफ्ते में आए कोरोना केस से 63% ज्यादा है। इससे पहले 20 से 26 फरवरी के बीच कोरोना के 1163 केस आए थे, जो इससे पहले के हफ्ते से 39% ज्यादा था। वहीं 13 से 19 फरवरी के बीच कोरोना इंफेक्शन के 839 केस आए थे, जो इससे पहले के हफ्ते से 13% ज्यादा था। यानी आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो कोरोना के कसेवमे तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है।
साउथ इंडिया में बढ़ रहा कोरोना का प्रकोप
इससे पहले पिछले साल जुलाई में कोरोना केस इतने तेज़ी से बढे थे। उस दौरान 18 से 25 जुलाई के बीच कोरोना के 1.4 लाख मामले आए थे। तब से दो हफ्ते से अधिक की तीन छोटी अवधि को छोड़कर, कोरोना मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। वीकली केस 23 से 29 जनवरी के बीच अपने सबसे निचले स्तर 707 पर पहुंच गए थे। 27 फरवरी से 5 मार्च के बीच सबसे ज्यादा कोरोना के मामले दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में आए। इनमें 473 मामले कर्नाटक में आए जो इसके पहले हफ्ते में वहां 243 केस सामने आये थे। केरल में पिछले हफ्ते 410 मामले आए, जबकि दो हफ्ते पहले 298 मामले आए थे। वहीं महाराष्ट्र में पिछले हफ्ते कोरोना के 287 मामले आए जबकि दो हफ्ते पहले 185 मामले आए थे।