रांची। अपने बयाना को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले कांग्रेस विधायक और झारखंड के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी ने अब तालिबान की तारीफ करके नए विवाद को जन्म दे दिया है। इरफान अंसारी ने कहा कि वहां के लोग अब खुश हैं। अमेरिकन वहां जाकर अफगानिस्तान और तालिबान के साथ ज्यादती कर रहे थे। मां-बहन, बच्चों तक को तंग कर रहे थे। इसी के खिलाफ यह लड़ाई है। जो कुछ फैलाया जा रहा है, वह गलत है।
इरफान के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा कि यह कांग्रेस की तालिबानी सोच को दर्शाता है। तालिबान की तारीफ करते हुए इरफान ने कहा कि उसने अमेरिका को अफगानिस्तान से खदेड़ कर शानदार काम किया है। झारखंड में मानसून सत्र के पहले दिन विधानसभा पहुंचे इरफान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि तालिबानियों की सराहना की जानी चाहिए क्योंकि उन्होंने अमेरिकियों को अफगानिस्तान से खदेड़ दिया है।
यूएन दफ्तर के बाहर अफगान नागरिकों के प्रदर्शन पर दिल्ली हाईकोर्ट चिंतित
दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार और पुलिस को निर्देश दिया है कि यहां संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे और शरणार्थी का दर्जा चाह रहे अफगान नागरिकों की संख्या उचित तरीके से कम की जाए और सुनिश्चित किया जाए कि वे कोविड-19 नियमों का कड़ाई से पालन करें। हाईकोर्ट ने कहा कि कानून सभी के लिए समान है। उसने अधिकारियों से पूछा कि प्रदर्शन के लिए 500 लोग कैसे जमा हो सकते हैं, जबकि दिशानिर्देशों में इसकी अनुमति नहीं है।
कोर्ट वसंत विहार निवासी कल्याण संघ की याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसने कहा था कि दक्षिण दिल्ली के इस इलाके में बी ब्लॉक में स्थित यूएनएचसीआर दफ्तर के बाहर 15 अगस्त से विदेशी नागरिक (शरणार्थी का दर्जा मांग रहे लोग) जमा हैं जिससे यहां के निवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। याचिका में कहा गया कि प्रदर्शनकारी आसपास की गलियों और पार्कों में भी जमा हो गए हैं।