श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की अटकलों के बीच गुलाम नबी आजाद के खास 20 कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के कई अहम पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मौजूदा पीसीसी अध्यक्ष के खिलाफ विद्रोह का झंडा उठाया है। अटकलें हैं कि पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और तारा चंद भी पार्टी का दामन छोड़ सकते हैं और एक नई क्षेत्रीय पार्टी बना सकते हैं। जिन प्रमुख लोगों ने इस्तीफा सौंपा है, उनमें जीएम सरूरी, जुगल किशोर शर्मा, विकार रसूल, डॉ मनोहर लाल शर्मा, गुलाम नबी मोंगा, नरेश गुप्ता, सुभाष गुप्ता, अमीन भट, अनवर भट, इनायत अली और अन्य शामिल हैं। इस्तीफे को एआईसीसी अध्यक्ष सोनिया गांधी को संबोधित किया गया है और उसी की कॉपी राहुल गांधी के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के एआईसीसी प्रभारी सचिव रजनी पाटिल को भी भेजी गई है।
केरल में उठी आवाज
वहीं केरल कांग्रेस में भी अंदरुनी कलह खुलकर सामने आया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता ओमन चांडी ने बुधवार को नई दिल्ली में अंतरिम कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान राज्य कांग्रेस के गठन की प्रक्रिया का मुद्दा उठाया और कहा कि यह प्रक्रिया संगठनात्मक चुनावों के जरिए होना चाहिए ना कि नॉमिनेशन के माध्यम से। इससे पहले एक अन्य वरिष्ठ नेता रमेश चेन्निथला ने सोनिया गांधी और राज्य प्रभारी तारिक अनवर को खत लिखकर इसी तरह की मांग की थी।
राहुल गांधी को दी चुनौती
सूत्रों का कहना है कि चांडी और चेन्नीथला के नेतृत्व वाले समूहों ने राहुल गांधी और एआईसीसी संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की सहमति से बनी नई नेतृत्व टीम को मानने से इनकार कर दिया है। राज्य में कलह सामने आने के बाद तारिक अनवर सुलह करवाने के लिए केरल के लिए रवाना हो गए। तिरुवनंतपुरम रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि वह केरल के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ चर्चा कर समस्या का सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने की कोशिश करेंगे।