इंदौर। कंप्यूटर बाबा के ऊपर हुई कार्रवाई के मामले में हर दिन नये मोड आ रहे हैं। ताजा मामले में कंप्यूटर बाबा की ओर से एक याचिका लगाई गई थी और शासन से जवाब मांगे गए थे लेकिन प्रशासन की ओर से जो जवाब दिए गए है उन जवाबों से कंप्यूटर बाबा के वकील संतुष्ठ नहीं हैं उनका आरोप है कि जो भी प्रशासन ने जवाब दिए हैं वे सभी गोलमोल तरीके से दिए गए हैं।
कंप्यूटर बाबा के वकील कनिष्क गुप्ता ने
प्रशासन पर गोलमोल जवाब देने का आरोप लगाया है।
शासन ने कसा है बाबा पर शिकंजा
गौरतलब है इंदौर में नामदेव दास त्यागी उर्फ कम्प्यूटर बाबा के खिलाफ अवैध कब्जे के मामले में सख्त कार्रवाई की गई थी। बाबा को प्रिवेंटिव डिटेंशन के अंतर्गत हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया था। कम्प्यूटर बाबा ने मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में शिवराज सरकार के खिलाफ लोकतंत्र बचाओ यात्रा भी निकाली थी। इंदौर नगर निगम के अधिकारियों ने 8 नंवबर को कंप्यूटर बाबा के आश्रम को जमीदोज कर दिया था। बाबा ने ये आश्रम शहर में चरागाह भूमि पर अतिक्रमण करके बनाया था। उस समय आश्रम से एक राइफल, एक एयरगन और एक कृपाण भी बरामद की गई । पुलिस को इस दौरान बेनामी संपत्ति के भी काफी कागजात मिले थे।
कम्प्यूटर बाबा का असली नाम नामदेव दास त्यागी है। हाल ही में कंप्यूटर बाबा को महंगी गाड़ी मुहैया कराने वाले हिस्ट्रीशीटर का एक और अवैध निर्माण प्रशासन ने बुधवार को जमीदोज कर दिया था। इंदौर नगर निगम के मुताबिक हिस्ट्रीशीटर रमेश तोमर ने अपनी पत्नी के नाम पर इदरीस नगर में करीब 2,500 वर्ग फुट पर अवैध रूप से दो मंजिला मकान बना रखा था। कम्प्यूटर बाबा को शिवराज सिंह सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा दिया था इसके बाद कमलनाथ सरकार ने भी उनको कांग्रेस का समर्थन करने पर राज्यमंत्री के पद से नवाजा था।