जबलपुर: उत्तर भारत इन दिनों कड़ाके की ठंड की चपेट में है। मध्यप्रदेश में भी शीतलहर का प्रकोप जारी है। ऐसे में सबसे ज्य़ादा दिक्कतें उन लोगों को हो रही है, जो बेघर हैं। इनके लिए दिन तो जैसे-तैसे गुजर जाता है, लेकिन रात कहर बनकर टूटती है। जबलपुर के कलेक्टर ने इन लोगों के दर्द को महसूस किया और रात को इनकी सुद लेने के लिए सड़कों पर निकल पड़े।
बेघरों के रहनुमा बने कलेक्टर
कड़ाके की ठंड में आम आदमी ने खुद को घर में कैद कर लिया है और ठंड से बचने के जरूरी इंतजाम कर लिए हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए धरती बिछौना और आसमान ही रजाई है। इन लोगों के हालचाल जानने के लिए जबलपुर के कलेक्टर कर्मवीर शर्मा आधी रात को अचानक सड़कों पर निकले। जिला कलेक्टर ने इन लोगों से बात की और उन्हें नगर निगम द्वारा बनाये गए रैन बसेरा में सुरक्षित रहने के लिए भेजा। इसके साथ ही कलेक्टर रैन बसेरे में भी गए और पहले से रह रहे लोगो की तकलीफ जानी और नगर निगम के अधिकारियों को रैन बसेरे में रहने वाले लोगो की समस्याओ को दूर करने को कहा।
रैन बसेरे में दिया आसरा
कड़के की ठंड से लोगों को बचाने के लिए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने आधी रात को कचहरी वाले बाबा की दरगाह, हाईकोर्ट के आसपास, मालगोदाम चौक, और इंदिरा मार्केट का दौरा किया सड़क किनारे रात गुजार रहे लोगों को गोकुल धर्मशाला में स्थित रैन बसेरा में रात गुजारने के लिए भेजा। गौरतलब है इन दिनों मध्य प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और रात का तापमान 6 डिग्री के आसपास चल रहा है।