इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी के राज्य जनजातीय संग्रहालय में रविवार को जनजातीय रणबांकुरों के चित्र की स्थायी दीर्घा का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सभी जनजातीय समुदाय के 700 से अधिक कलाकार और समुदायों के प्रतिनिधि ने मुख्यमंत्री चौहान का आभार व्यक्त किया।
राज्य जनजातीय संग्रहालय में जनजातीय रणबांकुरों के चित्र की स्थायी दीर्घा लगाई गई हैं। इस मौके पर जनजाति वर्ग के अलग-अलग समुदायों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सम्मान किया। तो सीएम शिवराज भी आदिवासियों की पारंपरिक कपड़े पहन कर ढोल बजाकर आदिवासियों के साथ नृत्य करते हुए नज़र आए। सीएम ने इस दौरान कहा कि कुछ महानायको के चित्र नही मिले है बाकी चित्रों को ढूंढ कर उन्हें लगाया जाएगा। उन्होने कहा कि आज की पीढ़ी जब इस रणबाकुरों की बहादुरों देखगी तो उन्हें सही इतिहास का पता चलेगा कि देश की आजादी के लिए इन लोगो ने अपना बलिदान दिया था।
आपको बता दे कि आजादी का अमृत महोत्सव’ के अवसर पर संस्कृति विभाग के स्वराज संस्थान संचालनालय और जनजातीय संग्रहालय के संयुक्त तत्वाधान में स्थायी दीर्घा निर्मित कर जनजातीय क्रांतिकारियों और महापुरुषों के जीवन, बलिदान और संघर्ष को प्रदर्शित किया गया है।
भोपाल से मृदुभाषी के लिए मोहम्मद ताहिर खान की रिपोर्ट