भोपाल। अनलॉक का दायरा बढ़ने के साथ ही शहर में रचनात्मक और व्यावसायिक गतिविधियां भी शुरू होने लगीं है। मप्र जनजातीय संग्रहालय में मंगलवार को घुमंतू दिवस के मौके पर मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा घुमंतू अर्ध घुमंतू व विमुक्त समुदाय के लोगों को प्रदेश के विभिन्न स्थानों से शहर में बुलाकर उनकी पारंपरिक कला शिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
पारंपरिक कला को बढ़ावा देने के लिए सीएम ने निर्देश दिए
पारंपरिक कला शिल्प प्रदर्शनी का जनजाति संग्रहालय पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने उनकी कला को देखकर काफी प्रसन्नता जाहिर करते हुए पर्यटन एवं संस्कृति विभाग को पारंपरिक कला को बढ़ावा देने निर्देश दिए। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि घुमंतू दिवस के मौके पर सीएम हाउस में पंचायत आयोजित की गई हैं। साथ ही घुमंतू समुदाय के लोगों की पारंपरिक कला को पहचान दिलाने व बढ़ावा देने के लिए प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। उन्होंने इस मौके पर कहाँ कि घुमंतू समुदाय की जो 27 जातियां हैं उनकी पारंपरिक कला को बढ़ावा देने सीएम ने हमे निर्देश दिए हैं। पीएस शुक्ला ने कहा कि घुमंतु समुदाय के कल्चर को आधुनिक समाज के परिपेक्ष में कैसे जोड़े इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं। जिसकी सीएम ने सराहना की हैं। शुक्ला ने आगे कहाँ कि घुमंतु समुदाय की परंपरा व कला को आधुनिकता देने अच्छे फैशन डिज़ाइनर को इनके साथ जोड़ा जा रहा है।