गुरुग्राम। खुले में नमाज विवाद को लेकर प्रदेश सरकार ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। शुक्रवार को गुरुग्राम पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यहां दो टूक कहा कि किसी भी कीमत पर खुले में नमाज नहीं होने दी जाएगी। इस मसले पर कोई टकराव न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन और जिला उपायुक्त को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं। कोई अपनी जगह पर नमाज पढ़ता है, पाठ करता है, पूजा करता है, इसमें हमें कोई दिक्कत नहीं है। धार्मिक स्थल इन कामों के लिए ही बने हैं लेकिन कोई किसी के अधिकारों में हस्तक्षेप न करे। खुले में नमाज पढ़ने की जो प्रथा चल पड़ी है, उसे कतई सहन नहीं किया जाएगा।
मुस्लिम समुदाय अपनी जमीन का करें उपयोग
मुख्यमंत्री मनोहर लाल शुक्रवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में जीएमडीए की नौंवी बोर्ड बैठक के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के पास बहुत सी जमीनें हैं, जहां उन्हें अनुमति दी जाए। कुछ जमीनें ऐसी भी हैं, जो उनकी अपनी या वक्फ बोर्ड की होंगी, जो गैर-विवादित जगहें हैं। उन्हें वह स्थान उपलब्ध कराए जाएं या फिर वह अपने घर में नमाज पढ़ें। खुले में नमाज पढ़कर आपसी टकराव नहीं होने दिया जाएगा। किसी को भी किसी भी प्रकार की जबरदस्ती नहीं करने दी जाएगी। मुस्लिम समुदाय के साथ बैठकर इस मामले का पक्का समाधान निकाला जाएगा। इस मामले को हल करना है, लेकिन खुले में ऐसे कार्यक्रम नहीं होने चाहिए। इस संबंध में पहले जो भी फैसले किए गए, वह सब रद्द किए जाते हैं। अब नए सिरे से बातचीत करके हल निकाला जाएगा।