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Christmas 2020: इस वजह से 25 दिसंबर को मनाया जाता है क्रिसमस

Christmas 2020: दुनियाभर में आज क्रिसमस का पर्व मनाया जा रहा है। इस अवसर पर यीशू मसीह को याद करते हुए चर्चों में विशेष प्रार्थनाएं की जा रही है और विश्व शांति का संदेश दिया जा रहा है। कोरोना की वजह से इस साल इस त्यौहार का रंग कुछ फीका हो गया है। आखिर क्यों मनाया जाता है क्रिसमस का पर्व और कैसे हुई थी इसकी शुरूआत? आइए एक नजर डालते हैं इसके इतिहास पर।

सूर्य के उत्तरायण पर मनया जाता था त्यौहार

हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस डे मनाया जाता है। उपलब्ध प्रमाणों में बताया गया है कि क्रिसमस डे यानी ईसा मसीह के जन्मदिन को एक त्योहार के रूप में पहले नहीं मनाया जाता था, लेकिन चौथी शताब्दी से इसको एक जश्न के रूप में मनाया जाने लगा। मान्यता है कि यूरोप में गैर ईसाई समुदाय के लोग सूर्य के उत्तरायण के अवसर पर जश्न मनाते थे, क्योंकि इस दिन से दिन लंबा होना शुरू होता है। इस दिन को सूर्य देवता के पुनर्जन्म का दिन माना जाता था। मान्यता है कि इस कारण ईसाई समुदाय के लोगों ने इस दिन को यीशू के जन्मदिन के पर्व क्रिसमस के तौर पर चुना। क्रिसमस से पहले ईस्टर ईसाई समुदाय का प्रमुख त्योहार था।

क्रिसमस पर है संता निकोलस का भी महत्व

इस त्यौहार पर क्रिसमस ट्री और संता निकोलस का भी बड़ा महत्व है। संता निकोलस का जन्म ईसा मसीह की मृत्यु के करीब 280 साल बाद मायरा में हुआ था। उनका जीवन यीशु को समर्पित था और वो लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे। वो बच्चों को उपहार दिया करते थे। इसी परंपरा के तहत आज भी सांता क्रिसमस के अवसर पर बच्चों को उपहार देते हुए दिखाई देते हैं। बच्चे क्रिसमस के अवसर पर सांता का बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं।

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