चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रदेश कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू की गांधी परिवार की नजदीकियों के चलते कैप्टन अमरिंदर सिंह लंबे समय से खफा चल रहे हैं। माना जा रहा है कि पंजाब की कमान पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ को सौंपी जा सकती है।
कैप्टन ने दिए विद्रोह के संकेत
कांग्रेस आलाकमान के फैसले से आहत कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के साथ कांग्रेस पार्टी भी छोड़ सकते हैं। कैप्टन ने इशारों-इशारों में इस बात के संकेत दे दिए हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह पार्टी के फैसले पर नाराजगी जताते हुए कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी से फोन पर बात की और कहा कि वह ऐसे अपमान के साथ पार्टी में नहीं रह सकते हैं। वहीं कैप्टन के प्रेस सेक्रेटरी ने ट्वीट कर कहा, “अगर कोई आपको धोखा देकर आश्चर्यचकित करता है, तो आपको अधिकार है कि आप भी उसे सही जवाब देकर चौंका दो।”
कैप्टन के विरोध में 48 विधायक
गौरतलब है कांग्रेस आलाकमान के आदेश पर आज नवोज सिंह सिद्धू के समर्थक विधायकों की आज एक महत्वपूर्ण बैठक शाम पांच बजे बुलाई गई है। इस बैठक में अमरिंदर सिंह के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित होने की संभावना है, लेकिन सूत्रों का यह भी कहना है कि कैप्टन विरोधियों को कड़ी टक्कर देने का मन बना चुके हैं। कैप्टन के विरोध में 48 विधायक हैं। इनमें पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़, प्रताप सिंह बाजवा और बेअंत सिंह के पोते और सांसद रवनीत सिंह बिट्टू का नाम शामिल है।