इस्लामा बाद। अभी तक आपने इंसानों को जघन्य अपराध करने पर सजा ए मौत की चर्चा तो काफी सुनी होगी, लेकिन आतंक के आका पाकिस्तान में एक कुत्ते को उसकी गुस्ताखी के लिए मौत की सजा सुनाई गई है, क्योंकि इन कुत्तों ने एक वरिष्ठ वकील पर हमला किया और उन्हें घायल कर दिया था।
सैर पर निकले वकील को कुत्ते ने काटा
पालतु कुत्तों को मौत की सजा का मामला पाकिस्तान के राची शहर का है, जहां पर सुबह की सैर के लिए निकले वकील साहब पर अचानक दो कुत्तों ने हमला कर दिया। घटना कराची के पॉश इलाके में हुई। दोनों कुत्ते जर्मन शेपर्ड्स हैं। घायल वकील का नाम मिर्जा अख्तर है, हालांकि घटना के बाद कुत्तों के मालिक हुमायूं खान ने वकील अख्तर से माफी भी मांग ली थी। बताया गया कि दोषी पाए गए दोनों कुत्तों को मौत की सजा वकील और पालतू जानवर के मालिक के बीच हुए एक आउट-ऑफ-कोर्ट समझौते के तहत दी गई।
सुलह के बदले कुत्तों को मिली मौत की सजा
इस मामले में वकील का कहना है कि दोनों कुत्तों ने बिना किसी उकसावे के उन पर बेरहमी से हमला कर उन्हें घायल कर दिया। इसके बाद वकील मिर्जा अख्तर कुत्तों के मालिक हुमायूं खान को कुछ शर्तों पर माफ करने के लिए सहमत हुए हैं। इस घटना के सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि तफरीह के लिए निकले वकील साहब जैसे ही उस घर के सामने से गुजरे कुत्तों ने उनपर हमला कर दिया। माफीनामें में यह शर्त भी रखी गई है कि आगे से हुमायूं खान और उनका परिवार घर में पालतू जानवर के रूप में किसी भी खतरनाक या क्रूर कुत्ते को नहीं रखेंगे। समझौते के तहत दोनों कुत्तों को डॉक्टर मौत की नींद सुला देंगे। इसके अलावा कुत्ते के मालिक स्थानीय शेल्टर को 10 लाख रुपये भी देंगे।
वहीं समझौते की शर्तों की मीडिया में आने के बाद कुछ एनिमल वेलफेयर ग्रुप्स ने इसका विरोध किया है और इस समझौते को अमानवीय बताया है। उनका कहना है कि मालिक की लापरवाही की सजा आखिर बेजुबान जानवरों को क्यों।