बंगाल में बीरभूम हिंसा के बाद पुलिस छापेमारी में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने एक बड़ी अवैध बम फैक्टरी का पर्दाफाश किया है। इसने एक बार फिर ममता सरकार को सवालों के कटघड़े में खड़ा कर दिया है।
पिछले 24 घंटे में बंगाल के अलग-अलग जगहों से 350 से ज्यादा क्रूड बम मिले हैं। इनमें सबसे अधिक बीरभूम के मारग्राम इलाके से करीब 200 बम बरामद किए गए हैं। पुलिस ने छापेमारी में क्रूड बम के साथ करीब 11 लोग भी पकड़े हैं। पुलिस की छापेमारी में शनिवार को मारग्राम इलाके में 4 बाल्टी में रखे गए 200 बम बरामद हुए। मारग्राम से हिंसा वाले बागटुई गांव की दूरी केवल 40 किलोमीटर है।
बीरभूम हिंसा के बाद बंगाल सरकार की हो रही किरकिरी को देखते हुए ममता बनर्जी ने एक्टिंग डीजीपी मनोज मालवीय को निर्देश दिया था कि राज्य से सभी अवैध बम और हथियार बरामद किए जाएं। ममता के निर्देश के बाद से पुलिस हरकत में आई। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार बैरकपुर-बीजपुर मंडल में टीम ज्यादा एक्टिव की गई है। यह अभियान 10 दिनों तक जारी रहेगा।
गवर्नर जगदीप धनखड़ कई बार मीडिया के सामने दावा कर चुके हैं कि बंगाल में अवैध बम फैक्ट्री भारी संख्या में फल-फूल रही है। उन्होंने पिछले दिनों बीरभूम हिंसा के दौरान वीडियो जारी कर कहा था कि बंगाल में कानून का राज खत्म हो चुका है। उनके बयान पर सीएम ममता ने ऐतराज जताया था।
वहीं एक बड़े मिडिया हॉउस ने 2021 में एक स्टिंग ऑपरेशन किया था, जिसमें बंगाल में बम बनाने की फैक्ट्री का खुलासा किया गया था। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि बंगाल में मात्र 130 रुपए में बम मिल जाता है और इसकी सप्लाई बिना रोक-टोक होती है। यह घटना ममता बेनर्जी को वापस सवालों के घेरे में ला रही है। की उनके राज्य में इतने बड़े स्तर पर विस्फोटक बमों का अवैध कारोबार कैसे हो रहा था।