स्मैक व ब्राउन शुगर के विरोध में नगर वासी उतरे सड़क पर, एसडीएम के नाम तहसीलदार को दिया ज्ञाप
पुलिस प्रशासन होश में आओ, पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के लगाए नारे, 3 दिन में नहीं हुई कार्रवाई तो किया जाएगा चरणबद्ध आंदोलन
बड़नगर/मोहन हाडा – इन दोनों बड़नगर शहर में स्मैक वह ब्राउन शुगर जैसे अवैध जानलेवा नशे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। जिससे युवा पीढ़ी बर्बाद होकर और असमय काल के ग्रास में समा रही है। कई परिवारों की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है वही नशे में लिप्त इन युवाओं के पास रूपयों की व्यवस्था नहीं होने से यह चोरी एवं अन्य अपराधिक गतिविधियों को भी अंजाम देने लगे हैं और जिम्मेदार अनदेखी करते नजर आ रहे हैं ऐसे में नगर की जनता को इस गंभीर विषय को गंभीरता से लेना पड़ा और बड़नगर की जनता ने एक साथ एक स्वर में स्मैक व ब्राउन शुगर के खिलाफ लाम बंद होना पड़ा।
बड़नगर शहर वासियो ने इस नशे को प्रतिबंधित करने के लिए स्थानिक गांधी चौक से एक रैली निकालकर पुलिस थाने पहुंचे जहां पर एसडीएम के नाम ज्ञापन तहसीलदार माला राय को दिया। रैली में युवाओं के साथ-साथ नगर की महिला एवं बच्चे भी शामिल थे जो नशाखोरी के विरोध में नारे लगा रहे थे वही आक्रोषित नगर वासी प्रशासन की नाकामि का भी बखान कर रहे थे और पुलिस प्रशासन को कोसते हुए पुलिस प्रशासन होश में आओ पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद जैसे नारे भी लगाए गए।
आपको बता दें कि विगत कुछ समय से नगर सहित तहसील के अन्य छोटे-छोटे गांव में स्मैक तथा ब्राउन शुगर का नाश करने वाले युवाओं की तादाद में बढ़ोतरी हुई है इन युवाओं को यह जानलेवा नशा तहसील स्तर पर अर्थात बड़नगर शहर में ही उपलब्ध हो रहा है और इसके एवज में इन युवाओं से तगड़ी राशि भी वसूली जा रही है इसी नशे की लत के चलते विगत दिनों नगर के युवा मोहित सोनी की असमय मौत हो चुकी है।
उक्त नशे की लत युवाओं के जीवन को दीमक की तरह खोखला तथा अंधकारमय कर रही है इसलिए इन जानलेवा मादक पदार्थों की बिक्री पर बड़नगर तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्र में पूर्ण तरह प्रतिबंध की जाना आवश्यक है वहीं ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि जब तक इन जानलेवा मादक पदार्थों के विक्रय पर रोक लगाकर विक्रय करने वाले सामाजिक तत्व मौत के सौदागरों के ठिकानों को ध्वस्त नहीं किया जाएगा तब तक नशाखोरी पर नियंत्रण पाना संभव नहीं है.
साथ ही ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि इस जानलेवा नशे की गिरफ्त में आए युवाओं के उचित इलाज व स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए शासकीय अस्पताल बड़नगर में एक नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किया जाना नगर हित में आवश्यक है जिससे इस नशे की लत से पीड़ित युवाओं के परिजन पर अधिक आर्थिक बोझ ना पड़े। नगर वासियों ने ज्ञापन में शासन प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि 3 दिन में इस जानलेवा मादक पदार्थ पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं लगाए जाने तथा इसका व्यापार करने वाले मौत के सौदागरों पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई नहीं की गई.
तो नगर जनता तीन दिन बाद चरणबद्ध आंदोलन करेंगे जिसमें होने वाले समस्त परिणाम के जवाबदारी बड़नगर शासन प्रशासन की होगी। अब देखना यह होगा कि बडनगर का शासन प्रशासन इन अवैध जानलेवा मादक पदार्थों की बिक्री पर बड़नगर तहसील में कब तक प्रतिबंध लगा पाते हैं और इनका व्यापार करने वाले मौत के सौदागरों पर कब तक शिकंजा कसकर उन्हें सलाखों के पीछे भेजते हैं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।