Madhya Pradesh: देश में धर्मगुरुओं के नाम हर किसी की जुबां पर है और इन नामों में सबसे ज्यादा अगर कोई इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है तो वो है धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम सरकार पर कहा जा रहे है कि जो भी जाता है उनकी मनोकामनाऐं पूरी होती है लेकिन वही बागेश्वर धाम में पर्ची बनवाने गई थी जिसकी मौत होगई।
बतादें कि लाखों लोगों की आस्था के इस केंद्र में एक बीमार महिला की मौत हो गयी. महिला का नाम नीलम देवी था और वह उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद की रहने वाली थी. उसकी मौत पर महिला के पति ने कहा कि, वह बीमार थी. पति ने बताया कि हम रोज परिक्रमा लगा रहे थे, लेकिन बीच बीच में उसकी तबीयत खराब हो जाती थी, कल भी तबियत खराब हो गई थी. संन्यासी बाबा उसे ठीक करते थे, डॉक्टर अचंभित थे कि वह कैसे चल रही है. वह आराम से खा रही थी और घूम रही थी.
अचानक बिगड़ी थी तबियत
बता दें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर के बागेश्वर धाम में काफी संख्या में लोग अर्जी लेकर पहुंचते हैं. यह बीमार महिला भी अपनी अर्जी लगाने के लिए पहुंची थी. अर्जी के लिए नंबर आने से पहले ही उसकी मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि अचानक उसकी तबियत खराब हो गयी. नीलम देवी के परिजनों के बताया कि सुबह उसकी तबीयत ठीक थी. बागेश्वर धाम में सबकी तकलीफ दूर होने की बात सुनकर वे भी अपनी अर्जी लगाने के लिए नीलम देवी को साथ लेकर पहुंचे थे. उन्होंने सुबह पंडाल में खाना भी खाया था, लेकिन शाम होते-होते अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद नीलम देवी की मौत हो गई.
बता दें कि बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कथित चमत्कार को लेकर आरोपों के बाद सुर्खियों में आए थे. उनपर जादू-टोना के नाम पर लोगों को भ्रमित करने के आरोप लगाए गए थे. आरोपों के बाद उन्होंने कहा था कि वे चमत्कार नहीं करते बल्कि भगवान से जो आदेश मिलता है उसे पर्ची पर लिखकर बताते हैं. कई नेता और धर्मगुरु उनके पक्ष में आ गए तो कई लोग उनका विरोध भी करने लगे.