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शासन की रोक के बाद प्रदूषण फैलाने वाले पटाखे हुए बाजार से गायब

भोपाल। पांच दिन के दीपोत्सव के अवसर पर बाजार में त्योहारी सामग्रियों की दुकानें लगना शुरू हो गई हैं। राजधानी भोपाल में दीपोत्सव को देखते हुए 3 दिन पूर्व से ही अच्छे व्यवसाय की आस में इस बार पटाखा बाजार पूरी तरह से सज कर तैयार है। शहर के लिली टॉकीज स्थित फुटकर मार्केट व संत हिरदाराम नगर बैरागढ़ में मौजूद होलसेल पटाखा बाजार में पटाखों और आतिशबाजी की खरीदारी का दौर जारी है। 2 साल के बाद दीपावली पर्व के दौरान कोरोना का संक्रमण कम होने के चलते लोगों में त्योहारी उत्साह भी देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में लोग घरों से निकलकर बाजार की ओर रुख कर पटाखों आतिशबाजी व अन्य त्योहारी सामग्रियों की खरीदारी करते हुए नजर आ रहे हैं।

राजधानी भोपाल में प्राचीन काल से लीली टाकीज चौराहे पर शहर का सबसे पुराना फुटकर पटाखा मार्केट संचालित होता आ रहा है। पहले यह बाजार मोती मस्जिद पर संचालित होता था मगर बाद के दिनों में इसे जहांगीराबाद के लीली टाकीज चौराहे पर शिफ्ट कर दिया गया।
फुटकर आतिशबाजी एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि लिली टॉकीज़ पर लगने वाले पटाखा बाजार में 109 दुकाने हैं जिनमे से 65 दुकाने सजकर तैयार है। उन्होनो बताया कि पिछले साल की अपेक्षा इस बार पटाखा बाजार में ज्यादा रौनक नजर आ रही है। सुरेश साहू ने कहा कि पटाखा बाजार से इस बार चाइना का पटाखा पूरी तरह से प्रतिबंधित है और व्यापारियों द्वारा इंडियन आतिशबाजी और पटाखे ही बेचे जा रहे हैं जिनकी खूब डिमांड है। वही उन्होंने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि लीली टाकीज चौराहै पर फुटकर आतिशबाजी एसोसिएशन के व्यापारी लाइसेंस लेकर व्यवसाय कर रहे हैं जबकि शहर में कई स्थानों पर बिना लाइसेंस से भी धड़ल्ले से पटाखे की दुकानें संचालित हो रही हैं जिन पर कार्रवाई होना चाहिए।

प्रदूषण पर लगाम के लिए राज्य सरकार ने कमर कस ली है। इस दीपावली पर पटाखों से होने वाले प्रदूषण पर रोक के लिए पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध है तो कहीं सिर्फ ग्रीन पटाखों को ही अनुमति दी गई है। दीपावली पर ग्वालियर व सिंगरौली में पटाखें नहीं चला सकेंगे। दोनों ही शहरों में नवंबर 2020 में वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर स्थिति तक पहुंच गया था। जिसे देखते हुए इस साल रोक लगा दी है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर व उज्जैन समेत 21 जिलों में रात आठ बजे से 10 बजे तक ग्रीन पटाखें चला सकेंगे। इस संबंध में रविवार शाम राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। राजधानी की थोक आतिशबाजी विक्रेता संघ के अध्यक्ष दौलतराम सबनानी ने बताया कि सरकार की रोक के बाद पूरे थोक मार्केट से सिर्फ ग्रीन पटाखों की बिक्री हो रही हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व में कलेक्टर अविनाश लवानिया द्वारा ली गई बैठक में साफ निर्देश दिए गए थे कि सिर्फ ग्रीन पटाखों की बिक्री थोक मार्केट से की जाएगी जिसका पूर्ण रुप से पालन किया जा रहा है। सबनानी ने कहा कि चाइना व देवी-देवताओं के चित्र वाले पटाखे भी बाजार से इस बार गायब है।

राजधानी में कई स्थानों पर फुटकर आतिशबाजी और पटाखों की दुकान सज कर तैयार है। मगर शासन के निर्देश के बाद सभी व्यापारी ग्रीन पटाखे बेचने पर ही जोर दे रहे हैं। क्योंकि बीते सालों की बात करें तो भोपाल में सूचकांक 101 से 200 के बीच था। जिससे वायु प्रदूषण को लेकर स्थिति संतोष जनक नहीं थी इसलिए रात में सिर्फ दो घंटे ही पटाखें जलाने की अनुमति जारी की है। जानकारी के मुताबिक गाइडलाइन सुप्रीम कोर्ट के पूर्व के आदेशों के तहत जारी की है।

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