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गुजरात के बाद अब राजस्थान में 4,000 से अधिक मवेशियों की ‘लंपी’ स्किन रोग से हुई मौत

राजस्थान में ‘लंपी’ स्किन रोग से अब तक 4,296 मवेशियों की मौत हो चुकी है जिसमें ज़्यादातर गाय हैं। बकौल अधिकारी, लंपी रोग राजस्थान के 16-ज़िलों में फैल चुका है और 90,000 से ज़्यादा पशु इससे संक्रमित हैं। गुजरात सरकार के अनुसार, राज्य में ‘लंपी’ रोग के कारण 1431 गायों की मौत हो चुकी है जबकि 55,950 मवेशी संक्रमित हैं।

कई राज्यों में फैली लंपी बीमारी के कारण हालात भयावह है। हर दिन गायें मर रही है, जिनका पुख्ता आंकड़ा सरकार के पास नहीं है। आइये जानते हैं क्या है यह बीमारी और इससे ग्रसित गाय का दूध पिने से इंसान पर क्या हो रहा है।

एक्सपर्ट्स के अनुसार LSD यानी लंपी स्किन डिसीज पशुओं को होने वाली एक वायरल बीमारी है। ये पॉक्स वायरस से मवेशियों में फैलती है। यह बीमारी मच्छर और मक्खी के जरिए एक से दूसरे पशुओं में फैलती है। इस बीमारी के लक्षणों में पशु के शरीर पर छोटी-छोटी गठानें बन जाती हैं, जो गांठों में बदल जाती है। पशु के शरीर पर जख्म नजर आने लगते हैं। पशु खाना कम कर देता है। उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता घटने लगती है।

डॉक्टर के अनुसार अभी तक की स्टडी में लंपी वायरस से इंफेक्टेड पशु का दूध पीने से इंसान पर असर का मामला सामने नहीं आया है। इसका बड़ा कारण है कि हम दूध को गर्म करके ही पीते हैं। गर्म करने पर दूध में मौजूद बैक्टीरिया व वायरस नष्ट हो जाते हैं। साथ ही ह्यूमन बॉडी में एक ऐसा एसिड होता है, जो खुद ही ऐसे वायरस को खत्म कर देता है। हालांकि बीमार पशु का दूध पीने पर बछड़े जरूर संक्रमित हो सकते हैं। वहीं इंसान भी बीमार पशु के सीधे संपर्क में आने से प्रभावित हो सकते हैं।

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