इंदौर. विश्व नशा मुक्ति दिवस पर नारकोटिक्स विभाग व पुलिस अधिकारियों की हुई संयुक्त बैठक, बैठक में इंदौर जिले में नशा कारोबियों पर नकेल व युवकों को नशा मुक्ति पर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस विभाग के आईजी, डीआईजी और नारकोटिक्स आईजी भी शामिल हुए।
मिनी मुंबई कहने वाले शहर इंदौर में विश्व नशा मुक्ति दिवस पर नारकोटिक्स विभाग व पुलिस के अधिकारी द्वारा संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। नारकोटिक्स आईजी जीजी पांडे ने बताया कि जिले में नशे कारोबार पर लगातार नकेल कसने को लेकर अभियान चलाए जा रहे है। मध्यप्रदेश पूरे देश में शराब के मामले में 13 वें स्थान पर है, वही मालवा क्षेत्र में अफीम से निर्मित हिरोइन जैसी तस्करी ज्यादा होती है, खासकर 17 वर्ष की उम्र के युवाओं को नशे के दलदल में फंसाया जाता है जिसको लेकर जागरूकता जरूरी है। वही जिन युवाओं को नशे की लत लगाई गई है उन्हें इलाज करवाना अनिवार्य हैं। इसको लेकर तहसील व जिला स्तर पर ट्रीटमेंट सेंटर बनाना अनिवार्य है। नशे कारोबार करने वालो के लिए देश मे कठोर कानून बनाया हुआ है।
सोशल मीडिया भी एक तरह से नशे के कारोबार में इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसको लेकर जागरूकता लाने की जरूरत है। इंदौर जिले में नारकोटिक्स विभाग लगातार नशे के कारोबारियों पर कार्यवाही कर रहा है, लेकिन सामाजिक संघठनो को भी नशे के प्रति खासकर युवाओं को जागरूक करने की जरूरत है जिससे युवाओं को नशे के दलदल में फंसने से बचाया जा सके।