नई दिल्ली। पिछले दो साल कोरोना के साये में गुजारने के बाद लगा था कि अब कोरोना संक्रमण से मुक्ति मिल गई है। लेकिन अब कोरोना के नए वेरिएंट ने एक बार फिर डराना शुरू कर दिया है। ओमिक्रॉन के दो वेरिएंट से मिलकर बने कोरोना के एक्सई वेरिएंट से संक्रमित मरीज भारत में मिलने के बाद एक बार फिर देश में कोरोना को लेकर हलचल बढ़ गई है। कोरोना के खतरनाक वेरिएंट एक्सई का दूसरा मामला सामने आया है। इससे पहले मुंबई में इस वेरिएंट का पहला केस मिला था और अब यह गुजरात पहुंच चुका है। हालांक सरकार की ओर से पुष्टि नहीं हुई है। गुजरात में जिस शख्स में इसकी पुष्टि हुई है, 13 मार्च को उसकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
कहा जा रहा है कि कोविड के बाद उसकी स्थिति ठीक थी, लेकिन बाद में लिए सैंपल की रिपोर्ट में एक्सई वेरिएंट होने की पुष्िट हुई। एक्सपर्ट का मानना है कि कोरोना का ये नया वेरिएंट सबसे ज्यादा खतरनाक है। यह ओमिक्रॉन की अपेक्षा अपेक्षा 10 गुना ज्यादा संक्रामक है। एक्सई वेरिएंट ने दुनियाभर में पहले से ही चिंता का विषय बना हुआ है क्योंकि इसे अब तक खोजे गए कोरोना वायरस के अन्य सभी वेरिएंट की तुलना में अधिक ट्रांसमिसिबल माना जाता है।
एक्सई वेरिएंट क्या है?
डब्ल्यूएचओ ने माना है कि एक्सई वेरिएंट कोरोना के दो अलग-अलग वेरिएंट के जुड़ने से तैयार हुआ है। यह वायरस ओमिक्रॉन बीए.1 और बीए.2 के जुड़ने से बना है। कोई कॉम्बिनेशन तब तैयार होता है, जब कोई व्यक्ति एक से अधिक वेरिएंट से इन्फेक्टेड हो चुका होता है। एक्सई वेरिएंट सबसे पहले यूके में पाया था और इसके अब तक कुल 637 मामले मिले हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि यह कितना घातक है और इससे कितना नुकसान हो सकता है, इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता क्योंकि इसके बारे में अभी पर्याप्त सबूत नहीं हैं।
नए वेरिएंट के लक्षणों का अभी तक पता नहीं
अभी तक एक्सई के लक्षणों का पता नहीं चला है। चूंकि यह ओमिक्रॉन के दो वेरिएंट से जुड़कर तैयार हुआ है, तो ऐसा माना जा रहा है कि इसके लक्षण भी ओमिक्रॉन वेरिएंट से मिलते-जुलते हो सकते हैं। अगर आपको बुखार, खांसी, सांस में कमी, थकान, बदन दर्द, सिरदर्द, गले में खराश, नाक बहना और डायरिया के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो आपको तुरंत जांच करानी चाहिए।
भारत के पांच राज्यों को चेतावनी जारी
चीन और अमेरिका में बढ़ते कोविड के मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने पांच राज्यों के लिए चेतावनी जारी की है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र और मिजोरम की सरकारों को चिट्ठी लिखी है। इसमें स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से सतर्कता बढ़ाने और संक्रमण की दर बढ़ने के कारणों की गंभीरता से जांच करने को कहा है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि इन राज्यों में डेली पॉजीटिविटी रेट बढ़ रहा है, यानी हर दिन मिलने वाले नए कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इसको देखते हुए राज्य सरकारें हालात की गंभीरता से समीक्षा करें और जरूरी होने पर कोविड-19 को लेकर नई गाइडलाइन भी जारी करें। एक ओर देश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है, लेकिन दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, केरल और मिजोरम में पिछले सात दिन में पॉजिटिविटी रेट अचानक बढ़ गई है। इसे लेकर ही केंद्र सरकार ने केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा और मिजोरम को अलर्ट भेजा है।
सस्ती हुईं कोरोना की वैक्सीन
प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना की वैक्सीन लगवाना अब सस्ता होगा। वैक्सीन निमार्ताओं ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन के दाम घटाने का फैसला किया है। सरकार से सलाह-मशविरा के बाद कंपनियों ने यह कदम उठाया है। प्राइवेट अस्पतालों को अब कोविशील्ड की एक डोज 600 रुपए के बजाय 225 रुपए में मिलेगी। वहीं, कोवैक्सीन का दाम 1200 रुपए की जगह 225 रुपए होगा। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कोविशील्ड के दाम के बारे में शनिवार को ऐलान किया। उन्होंने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने निजी अस्पतालों के लिए कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत 600 रुपये से घटाकर 225 रुपये करने का फैसला किया है।