Lawrence Bishnoi: कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई अपराध जगत की दुनिया में एक चर्चित चेहरा है। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या और और बॉलीवुड स्टार सलमान खान को टारगेट करने को लेकर लॉरेंस चर्चा में बना रहता है. लॉरेंस बिश्नोई ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के सामने यह कबूला है कि उसकी हिट लिस्ट में सिर्फ सलमान खान ही नहीं बल्कि कई और भी लोग हैं। उसने एक-एक कर सभी के बारे में बताया है देखिये।
पहला टारगेट बॉलीवुड सुपर स्टार सलमान खान
सभी जानते हैं कि लॉरेंस बिश्नोई(Lawrence Bishnoi)(अपना सबसे बड़ा दुश्मन सलमान है। उसके मुताबिक सलमान ने साल 1998 में जोधपुर में एक फ़िल्म की शूटिंग के दौरान काले हिरण का शिकार किया था और काले हिरण को बिश्नोई समाज पूजता है। यही कारण है कि लॉरेंस सलमान खान को मारना चाहता है। सलमान को मारने के लिए लॉरेंस ने अपने गुर्गों से रैकी भी करवाई थी। पिछले दिनों एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में वो इस बात को भी दोहरा चूका है कि जेल से निकलने के बाद सबसे पहला काम जो वो करेगा वो है सलमान की हत्या।
टारगेट नंबर-2: शगुनप्रीत (सिद्धू मूसेवाला का मैनेजर)
लॉरेंस का दूसरा टारगेट पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का मैनेजर रहा शगुनप्रीत है। लॉरेंस कहता है कि विक्की मिद्दुखेड़ा को मारने वालों को कातिलों को शगुनप्रीत ने छिपने में मदद की थी. यह सभी को पता यही कि छात्र राजनीति के समय से ही लॉरेंस गैंग विक्की मिद्दुखेड़ा को भाई समान मानते थे. साल 2021 में हत्या कर दी गई थी.
टारगेट नंबर-3: मनदीप धालीवाल (गैंगस्टर)
लॉरेंस का तीसरा टारगेट बंबीहा गैंग का सरगना लक्की पटियाल का करीबी गैंगस्टर मनदीप धालीवाल है। वह लॉरेंस की लिस्ट में तीसरे नंबर पर है। लॉरेंस ने NIA को बताया कि वो मनदीप ने भी विक्की मिद्दुखेड़ा के कातिलों को छिपने में मदद की थी, इसलिए वो उसे मारना चाहता है। गैंगस्टर मनदीप धालीवाल ने अपने गैंग का नाम ‘Thug Life’ रखा हुआ है.
टारगेट नंबर-4: कौशल चौधरी (गैंगस्टर)
लॉरेंस के मुताबिक, कौशल चौधरी ने भी विक्की मिद्दुखेड़ा को मारने वाले शूटर्स अनिल लठ, भोलू शूटर, और सन्नी लेफ्टी को हथियार मुहैया करवाये थे. कौशल चौधरी फिलाल हरियाणा की जेल में बंद है. वो बेहद कुख्यात गैंगस्टर माना जाता है.
टारगेट नंबर-5: लकी पटियाला (बंबीहा गैंग का बॉस)
लॉरेंस ने एनआईए को बताया है कि, लक्की पटियाल उसका दुश्मन है. लक्की के कहने पर ही उसके करीबी और गोल्डी के भाई गुरलाल बरार की हत्या की गई थी। यही नहीं बंबीहा गैंग के लोगों ने ही विक्की मिद्दुखेड़ा के कातिलों को रेकी और छिपने में मदद की थी.