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इंदौर में विदेशों से 395 लोग लौटे, इनमें से 216 की हो पाई सैंपलिंग, 95 अब भी लापता

इंदौर। दुनियाभर में हड़कंप मचाने वाले कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की पड़ोसी राज्यों में एंट्री हो चुकी है। ऐसे में प्रदेश के 20 जिलों को हाईअलर्ट जारी कर दिया है। वहीं इंदौर में भी कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर कलेक्टर ने चेतावनी देते हुए कहा कि चूंकि पड़ोसी राज्यों में ओमिक्रॉन आ चुका है। ऐसे में इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि इंदौर में भी ओमिक्रॉन आ गया हो, क्योंकि यहां जीनोम सिक्वेंसिंग देरी से हो रही है, इसलिए जल्दी पता नहीं चल पा रहा। अगर इंदौर में नया वेरिएंट आ गया हो, तो इसका स्प्रेड बहुत तेजी से होगी। ऐसे में सभी को सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। कलेक्टर ने विदेश से आए हर यात्री का टेस्ट कराने और अस्पताल में पर्याप्त दवाओं की व्यवस्था की जाए। कलेक्टर ने सोमवार को संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में नगर निगम कमिश्नर, जिला पंचायत उएड, सभी एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, नगर निगम के जोनल अधिकारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, सीएमएचओ स्वास्थ्य विभाग की तमाम टीमें मौजूद रहीं।

कलेक्टर ने ये दिए निर्देश

  • एक माह में विदेश से आए हर यात्री का टेस्ट किया जाए।
  • अस्पतालों में सैंपलिंग में देरी नहीं हो। रैपिड, आरटीपीसीआर की पर्याप्त किट रखें।
  • पिछले बार सरकारी कोविड अस्पताल एमआरटीबी, एमटीएच, सुपर स्पेशलिटी में पर्याप्त दवाइयां, किट बेड आदि हो। वैसे, सुपर स्पेशलिटी सबसे आखिरी में वैकल्पिक तौर पर रखा गया है।
  • आरआरटी की संख्या बढ़ाई जाए।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में भी ध्यान दिया जाए। जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगाई है, उन्हें दूसरा डोज जरूर लगवाने के लिए प्रेरित करें।

395 लोग विदेशों से इंदौर आए

कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर इंदौर में भी अलर्ट हो गया है। नवंबर में विदेशों से इंदौर आए 395 लोगों की सूची स्वास्थ्य विभाग को मिली है। इनमें से 95 लोगों के बारे में पता नहीं लगा है। इस बीच कलेक्टर मनीष सिंह ने सोमवार शाम अधिकारियों व रैपिड रिस्पांस टीम की बैठक बुलाई है। शुरुआती दौर में स्वास्थ्य विभाग को दो बार राज्य शासन से विदेशों से आए लोगों की सूची मिली थी, जिनमें 272 लोग थे। इसके बाद और भी नई सूची मिली है। कुल मिलाकर अब तक 395 लोगों की जानकारी है। ये वे लोग हैं, जो 1 नवंबर से 30 नवंबर तक विदेशों से इंदौर आए हैं।

सैंपलिंग के लिए जुटी 38 टीमें

ये लोग अमेरिका, वङ, नॉर्वे, स्वीडन आदि देशों से दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई, गोवा होते हुए इंदौर पहुंचे हैं। इनकी सैंपलिंग के लिए 38 टीमें जुटी हैं। हर टीम में एक डॉक्टर, एक स्टाफ नर्स व एक लैब टेक्नीशियन हैं। करीब एक हफ्ते में इनमें से 216 लोगों के आरटीपीसीआर सैंपल लिए गए। बताया जाता है कि ये सभी नेगेटिव हैं, लेकिन अभी इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। खास बात यह है कि अन्य 95 लोग तो ऐसे हैं, जो इंदौर आए लेकिन अब कहां हैं, इनकी लोकेशन ही ट्रैस नहीं हो रही है। इनमें से कुछ के नंबर बंद हैं, तो कुछेक के आॅउट आॅफ कवरेज। इनके अलावा, जो लोग दूसरे राज्यों में चले गए हैं, उनकी सूचना संबंधित जिलों को दी गई है। इसके अलावा जो लोग नहीं मिले हैं, उसे लेकर चिंता बढ़ रही है।

भोपाल अब कोरोना हॉट स्पॉट, 20 जिलों में हाईअलर्ट

भोपाल। मप्र में अब कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ने लगा है। इसे देखते हुए सरकार ने पड़ोसी तीन राज्यों की सीमा से लगे प्रदेश के इलाकों अलर्ट जारी कर दिया है। यहां सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम 24 घंटे काम पर लग गई हैं। राजधानी भोपाल कोरोना का हॉट स्पॉट बनता जा रहा है। हालांकि प्रदेश में अब तक ओमिक्रॉन का एक भी मरीज नहीं मिला है, लेकिन महाराष्ट्र में वेरिएंट के आने से सरकार अलर्ट मोड पर है। प्रदेश के बॉर्डर से लगे तीन राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान में वायरस पहुंचा गया है। सरकार ने पड़ोसी राज्यों की सीमा से लगे जिलों में जांच और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इन राज्यों से होकर आने वाली ट्रेनों के यात्रियों की कोरोना जांच अनिवार्य रूप से की जा रही है.

इन सीमावर्ती जिलों में अलर्ट

राजस्थान की सीमा से लगे प्रदेश के 10 जिलों झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना को अलर्ट कर दिया गया है। गुजरात की सीमा से दो जिले झाबुआ और अलीराजपुर लगे हैं। वहीं महाराष्ट्र की सीमा से 8 जिले बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट जिले लगे हैं।

भोपाल अब कोरोना हॉट स्पॉट सिटी

कोरोना की पहली और दूसरी लहर में इंदौर, उज्जैन के बाद भोपाल बहुत तबाही देख चुका है, लेकिन इस बार अभी तक प्रदेश में सबसे ज्यादा राजधानी में कोरोना संक्रमण के नए मामले आए हैं। भोपाल में बीते 16 दिन में सबसे ज्यादा 115 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। प्रदेश में बीते 17 दिनों में 255 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं।

तैयार है सरकार-ऑक्सीजन-दवाइयां सब उपलब्ध

प्रदेश में कोरोना की मौजूदा स्थिति पर मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कोरोना के मप्र में 17 नए प्रकरण सामने आए हैं। भोपाल में 8 और इंदौर में 6 मामले सामने आए हैं। अभी स्थित नियंत्रण में है, पर सावधानी पूरी रखनी है। संसाधन उपलब्ध करा दिए गए हैं। आॅक्सीजन भी पर्याप्त उपलब्ध है। रेमडेसिवर समेत अन्य दवाइयों का स्टॉक कर लिया गया है। ओमिक्रॉन के मरीजों के कारण गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र से लगे जिलों में चौकसी बढ़ाई गई है।

85 प्रतिशत आबादी को लगी टीके की पहली खुराक

ओमिक्रॉन वेरिएंट के डर के बीच देश के लिए अच्छी खबर ये है कि 85 प्रतिशत आबादी को टीके की पहली खुराक लग गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की है। वहीं, 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी टीके की दोनों खुराक लगा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोरोना टीकाकरण बेहद तेज रफ्तार में चल रहा है। इसी का नतीजा है कि महज कुछ ही महीनों में देश की इतनी बड़ी आबादी का 85 प्रतिशत हिस्सा कोरोना टीके की पहली लगा चुका है। यहां ये बताना जरूरी है कि इसमें वयस्क आबादी के टीकाकरण की बात की जा रही है। इन आंकड़ों में 18 साल से कम उम्र के लोगों को सम्मिलित नहीं किया गया है।

यात्रियों को दिए जाएंगे डिस्पोजल चादर-कंबल

कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने एक्सप्रेस ट्रेनों के यात्रियों को डिस्पोजल लिनेन देने का फैसला किया है। शुरुआती दौर में चार ट्रेनों में इसको देने की शुरुआत की गई है। रेलवे द्वारा दिए जा रहे इस डिस्पोजल लिनेन पैकेट में एक कंबल, एक तकिया व उसका कवर, एक चादर, एक मास्क, एक सेनिटाइजर और एक नैपकिन होंगे। पश्चिम रेलवे के मुताबिक जिन 4 ट्रेनों में इस तरह के डिस्पोजल लिनेन दिए जा रहे हैं, उसमें अगस्त क्रांति, राजधानी एक्सप्रेस, गोल्डन टेम्पल एक्सप्रेस और पश्चिम एक्सप्रेस का नाम शामिल है. इन ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्री महज 150 रुपये में इस डिस्पोजल लिनेन के पैकेट को खरीद सकते हैं।

ओमिक्रॉन को कोरोना सैंपल से अलग करेंगे आईसीएमआर

आईसीएमआर और एनआईवी के वैज्ञानिक कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट की स्टडी करने में लगे हुए हैं। वैज्ञानिकों ने मुंबई के डोम्बिवली में ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति का सैंपल लिया और उसे पुणे की लैबोरेटरी में भेजा है। यहां सैंपल से ओमिक्रॉन को अलग करने की कोशिश की जा रही है। इससे नए वेरिएंट पर कोवीशील्ड और कोवैक्सीन का असर जानने में मदद मिलेगी। साथ ही कोरोना के दूसरे वेरिएंट्स से संक्रमित लोगों पर ओमिक्रॉन के असर को जाना जा सकेगा।

कर्नाटक के रेजिडेंशियल स्कूल में कोरोना संक्रमित स्टूडेंट्स की संख्या 101 हुई

कर्नाटक में नरसिम्हाराजापुरा के एक रेजिडेंशियल स्कूल में कोरोना संक्रमित स्टूडेंट्स की संख्या बढ़कर 101 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि डॉक्टर्स की एक टीम की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है। स्कूल में 457 लोगों का कोविड टेस्ट कराया गया था। रविवार को इनमें 59 स्टूडेंट्स और 10 टीचर्स की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी। फिलहाल स्कूल और हॉस्टल को सील कर दिया गया है।

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