Coronavirus: विश्व स्वास्थ संगठन ने ताजा ब्रीफिंग में जानकारी दी है कि यूरोप में पिछले एक सप्ताह में कोरोनावायरस के 20 लाख मामले सामने आए हैं। ये एक सप्ताह के अंदर यूरोप में कोरोना महामारी शुरू होने के बाद आए सर्वाधिक मामले है। वहीं 27,000 लोगों की जान भी कोविड-19 के कारण गई है।
ये पूरी दुनिया में पिछले सप्ताह हुईं मौतों की आधी संख्या है। खास बात ये है कि पूर्वी यूरोप के उन देशों में कोरोना वायरस के मामले बढ़े हैं, जहां वैक्सीनेशन कम हुआ है। वहीं पश्चिमी यूरोप के उन देशों में भी केस बढ़ रहे हैं जहां वैक्सीनेशन की दर सर्वाधिक है। यानि साफ है कि यूरोप एक बार फिर से कोरोना वायरस का एपिक सेंटर बनता हुआ नजर आ रहा है। वहीं कई यूरोपीय देशों ने एक बार फिर से कोविड-19 से संबंधित बाध्यताएं लगानी शुरू कर दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी ब्रीफिंग में कहा कि कोरोना की बूस्टर डोज, खासकर स्वस्थ्य लोगों को देने का कोई औचित्य नहीं हैं, न ही बच्चों को। WHO ने कहा कि आज भी दुनिया के कई देशों में स्वास्थ्यकर्मियों, बुजुर्ग और हाई रिस्क कैटगरी वालो लोगों को वैक्सीन की पहली डोज नहीं लगा है। अगर वैक्सीन किसी को दोबारा लगती है जिनको इसकी जरूरत ही नहीं है तो ये स्कैंडल होगा, इस स्कैंडल को रोकने की जरूरत है।