Mradhubhashi
Search
Close this search box.

Durlabh Kashyap story : कच्ची उम्र के पक्के गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप की अनसुनी 10 कहानियां और विडियो

Durlabh Kashyap story: Unheard 10 stories of tough gangster

Durlabh Kashyap: छोटी उम्र में अपराध की दुनिया का एक ऐसा बेताज बादशाह जिसकी दहशत से न सिर्फ धार्मिक नगरी उज्जैन कांपती थी बल्कि मालवा के इलाकों में उसके अपराध की तूती बोलने लगी। एक ऐसा गैंगस्टर जो ऑनलाइन गैंग चलाता था और कई वारदातों को अंजाम देकर उज्जैन में बड़े गैंगस्टर की लिस्ट में शामिल हो गया। आइये आज हम आपको उस गैंगस्टर से जुड़े ऐसे किस्से बताने जा रहे हैं जिसने नाबालिग अवस्था में ही जुर्म की दुनिया में आपने नाम बनाया और महज 20 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। गैंगस्टर का नाम है दुर्लभ कश्यप।

Table of Contents

1) 15 साल की उम्र में देखा गैंगस्टर बनने का ख्वाब | Durlabh Kashyap Ujjain gangster

दुर्लभ कश्यप (Durlabh Kashyap) एक बहुत ही अच्छे पढ़े लिखे परिवार से आता था। उसकी माँ सराकी स्कूल में टीचर थी। बचपन से हु दुर्लभ बहुत ह शांत स्वभाव का था। लेकिन बचपन में ही उसे ऐसी संगती मिली कि उसने कम उम्र में ही बड़ा गैंगस्टर बनने का ख्वाब देख लिया और उसी राह पर निकल पड़ा। नहज 15 साल की उम्र में उसने फेसबुक पर हथियारों के साथ फोटो डालने शुरू कर दिया और अपनी बदमाशी का प्रचार करना शुरू कर दिया। दुर्लभ का मकसद था कि वो अपना खुद का एक गैंग बनाए जिसमे वो कामयाब भी हुआ। कई नाबालिग लोग उसके साथ जुड़ते चले गए।

2) फेसबुक पर लिखा ‘विवाद निपटारे के लिए संपर्क करें | Durlabh Kashyap facebook

दुर्लभ कश्यप का फेसबुक पर स्टेट्स था कि वह कुख्यात बदमाश, हत्यारा और अपराधी है कोई सा भी विवाद हो, कैसा भी विवाद हो, तो उससे संपर्क करें। टीनएज में ही उसे अपराध करने शौक चढ़ गया था। सोशल मीडिया पर उसके स्टाइल और पर्सनालिटी से प्रभावित होकर टीनएजर और यूथ्स उससे जुड़ने लगे। दुर्लभ कश्यप की फैन फॉलोइंग हर उगते सूरज के साथ बढ़ने लगी फैन। लोगों का साथ पाकर वो और मजबूत होने लगा। इससे वह शहर में छोटी-मोटी वारदातें करने लगा।

3) गैंग के लोगों का फेसबुक चलाने के लिए रखी थी टीम | Durlabh Kashyap Facebook Team

दुर्लभ कश्यप (Durlabh Kashyap) चर्चा में उस वक़्त आया जब उसने खुलेआम फेसबुक यह कहना शुरू कर दिया कि वो किसी से भी किसी के लिए विवाद कर सकता है एवज में बस उसे पैसा चाहिए। दिर्लभ का सबसे बड़ा हथियार था सोशल मीडिया। दुर्लभ गैंग के लोगों की प्रोफाइल पर हथियारों के साथ पोस्ट, धमकाने और दहशत फैलाने वाली पोस्ट भी डाली जाती थी। गैंग के लोगों की फेसबुक आइडी का संचालन करने के लिए भी एक टीम बना रखी थी। जो दहशत फैलने वाली पोस्ट करते थे। इस आइडी से जेल में बंद लोगों की भी फोटो पोस्ट की गई थी।

4) गोल टीका, काजल और गले में काला गमछा था दुर्लभ गैंग की पहचान | Durlabh Kashyap style

एक समय था जब लोग दूर से ही दुर्लभ कश्यप गैंग के सदस्यों को पहचान सकते थे क्यू की गैंग के सदस्यों का पहनावा यूनिक था। दुर्लभ कश्यप हमेशा अपने कपाल पर गोल टीका, आंखों में काजल और गले में काला कपड़ा डालता था। गैंग के सभी सदस्य इसी तरह रहते थे। इस कारण दुर्लभ अपनी लाइफ स्टाइल के कारण चर्चित रहता था। गैंग एक कॉरपोरेट कंपनी की तरह काम करता था। गैंग के इसी ड्रेस कोड और स्टाइल के कारण यूथ्स और टीनएजर फैन होने लगे और धीरे-धीरे दुर्लभ कश्यप ( Durlabh Kashyap)गैंग का कुनबा और अपराध बढ़ने लगा।

5) बाबा महाकाल का परम भक्त था गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप | Durlabh Kashyap mahakal devotee

दुर्लभ कश्यप बाबा महाकाल का परम भक्त था यही नहीं उसके गैंग के बाकी सदस्य भी बाबा महाकाल को बहुत मानते थे। 18 साल की उम्र में दुर्लभ के खिलाफ 9 केस दर्ज हो गए थे। वह जेल से भी गैंग चलाता रहा। उसके गैंग के लोग उज्जैन में अपराध का झंडा बुलंद करने में लगे हुए थे।

इस दौरान उज्जैन ही नहीं बल्कि आस-पास के क्षेत्रों में उसके नाम का डंका बजने लगा। एक समय ऐसा आया जब दुर्लभ पुलिस की आँख की किरकिरि बनाने लगा। 27 अक्टूबर 2018 में दुर्लभ को उसके 23 साथियों के साथ पकड़ा गया। उस समय दुर्लभ नाबालिग था तो उसे बाल संप्रेक्षण गृह में भेजा गया। वह बालिग़ हुआ तो उसे इंदौर भेजा गया। पुलिस के डर से वो एक साल से ज्यादा तक उज्जैन की भेरूगढ़ जेल में रहा।

6) दुर्लभ पर वो आखिरी 34 वार | Durlabh Kashyap last attack

2 साल बाद जब साल 2020 में वो जेल से बाहर तब तो उसने एक बार फिर आपराधिक गतिविधियों में सक्रीय हो गया। तब तक दुर्लभ के इतने दुश्मन एक्टिव हो गए कि उसे खुद जान का खतरा महसूस होने लगा। तारीख थी 6 सितंबर 2020 समय रात के 2 बजे दुर्लभ उज्जैन के हैलावाड़ी इलाके में अपने दोस्तों के साथ चाय की दुकान पर गया था

किसी बात को लेकर सामने खड़े शहनवाज नाम के युवक से उसकी कहासुनी हो गई महज छोटी सी बात पर दुर्लभ ने शहनवाज पर गोली चला दी। गोली शहनवाज को नहीं लगी उसकी गर्दन के पास से होकर निकली। इसके बाद शहनवाज के साथियों ने दुर्लभ को घेरकर चाकू से गॉड दिया। उसके पेट, पीठ, चेहरे, गर्दन पर ताबड़तोड़ 34 वार किए। इस दौरान दुर्लभ के दोस्त उसे छोड़कर भाग गए थे। उसकी बॉडी पुलिस को खून से लथपथ मिली थी। देखे आखरी विडियो

7) दुर्लभ की मौत की खबर सुनते ही मां का हुआ था बुरा हाल | Durlabh Kashyap Mother

पेशे से दुर्लभ की माँ सरकरी स्कूल में टीचर हैं। अपने बेटे की मौत की खबर सुनते ही उसकी माँ के पैरों तले जमीन खिसक गई। वो इस बात को मान ही नहीं रही थी कि उसका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा। दुर्लभ की मौत की जानकारी मिलने के बाद उसकी माँ फूट-फूट कर रोने लगी इस दौरान उन्हें संभालना भी मुश्किल हो रहा था।

8) दुर्लभ की बरसी के पहले उसका हत्यारा शाहनवाज सलाखों से बाहर | Durlabh Kashyap Death Anniversary

दुर्लभ कश्यप की मौत को एक साल भी नहीं बीता था उससे पहले ही उसका मुख्या हत्यारा शाहनवाज सलाखों से बाहर आ गया था। कोर्ट ने सेल्फ डिफेन्स के पक्ष को मजबूती से माना था। इसके अलावा दुर्लभ के कुछ हत्यारों का मकान नगर निगम की टीम और पुलिस ने ध्वस्त किया था। इसके अलावा दुर्लभ के एक हत्यारे सिराज बाबा उर्फ सिराजउद्दीन की जेल में मौत हो गई थी।

परिजनों ने आरोप लगाया था कि बाबा की हत्या हुई है जबकि जेल प्रशासन का कहना था कि उसने वॉच टावर की छत से कूदकर आत्महत्या की है। जिस समय समय दुर्लभ की हत्या हुई उसी समय मौके-ए- वारदात पर उज्जैन का आधा पुलिस फाॅर्स पंहुच गया क्यों कि मामला काफी सेंसिटिव था।

9) SP सचिन अतुलकर ने पहले ही जता दिया था दुर्लभ की हत्या का अंदेशा | Durlabh Kashyap Murder Threat

जब दुर्लभ उज्जैन जेल में बंद था तब तत्कालीन एसपी सचिन अतुलकर जेल में दुर्लभ से पूछताछ करने गए थे पूछताछ के दौरान उन्होंने दुर्लभ से कहा था कि “तू जेल में ही सेफ है, उम्र से ज्यादा दुश्मनी पाल ली है बाहर निकलेगा तो कोई भी मार देगा”

10) आज भी एक्टिव है दुर्लभ कश्यप गैंग | Durlabh Kashyap Gang Active

दुर्लभ की याद में उसके गैंग के सदस्यों ने वाहन रालय निकाली थी। यही नहीं दुर्लभ की मौत के बाद एक नई फेसबुक गैंग ने जन्म लिया वो भी दुर्लभ गैंग के सदस्यों ने ही बनाई थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आज भी दुर्लभ के कई साथी उज्जैन में एक्टिव हैं। समय-समय पर उनके कारनामों की खबरें सामने आती रही है।

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट