सारंगपुर और देवास में जिम्मेदारों की लापरवाही लोगों की मुसीबत बनी हुई है। देवास में जहां अधिकारियों की अनदेखी से सड़क पर ट्रकों की पार्किंग से हादसे का डर बना हुआ है, वहीं सारंगपुर में पुलिया पर बिछाई गई गिट्टी जानलेवा हो सकती है।
सारंगपुर- मल्हारगंज गांव के पास बनी पुलिया में बड़ा गड्ढा तेज रफ्तार वाहन चालकों के लिए खतरा बना हुआ है। दरअसल, यहां अधिकारियों ने पुल एवं पुलिया को बढ़ाते हुए दोबारा निर्माण कराया लेकिन उस पर सड़क को पक्की नहीं करते हुए केवल गिट्टियां बिछा दी गई है। जो राहगीरों के लिए आफत बन रही है।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजनांतर्गत करीब 3 वर्ष पहले करोड़ो की लागत से निर्मित हुई पड़ाना से कांकरिया मीना के घटिया निर्माण की पोल खोल कर रख दी थी। निर्माण के समय लापरवाही बरतने और पानी की सही ढंग से निकासी की व्यवस्था नहीं करने के कारण बारिश व बाढ़ के पानी ने सड़क को जगह-जगह से काट दिया था जिसका संज्ञान लेते हुए अधिकारियों ने दोबारा काम कराया। महज 10 माह में ही प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत 3 करोड 79 लाखों रुपए की लागत से बनी यह 5. 80 किलोमीटर सडक के घटिया निर्माण की पोल खुलना शुरू हो गई। पुलिया का निर्माण घटिया होने से बीच पुलिया पर इस तरह का गड्ढा लापरवाही को दशार्ने के लिए पर्याप्त है। पूर्व जनपद पंचायत सदस्य दिनेश परमार, मोहन परमार आदि ने बताया कि सड़क के गड्ढे को दुर्स्स्त नहीं किया गया तो हमारे द्वारा आंदोलन किया जाएगा क्योंकि इससे राहगीरों की जान को खतरा है।
चार किमी की दूरी करता है कम
सड़क मार्ग पड़ाना से सारंगपुर को जाता है। उक्त मार्ग बारिश के दौरान ईदगाह के समीप छापरा, मल्हारगंज गांव के पास तथा कांकरिया मीना गांव को जोड़ता है। जबकि पडाना से सारंगपुर जाने के लिए मऊ-पड़ाना के मुकाबले यह सडक मार्ग की दूरी को 4 किलोमीटर कम है। जिससें लोगों को सारंगपुर आने-जाने में ईंधन एवं समय की बचत होती है।
बोले जिम्मेदार
पुलिया के गड्ढें को दुरुस्त करने और रास्ते को सुचारु करने के लिए हमने ठेकेदार को निर्देशित कर दिया है। एक से दो दिन के भीतर समस्या का प्राथमिकता के साथ त्वरित समाधान कराया जाएगा।
जगदीश पाटीदार, इंजीनियर, पीएमजीएसवाय, ब्यावरा।