दिगगज उद्योगपति रतन टाटा ने सीनियर सिटीजन का अकेलेपन दूर करने के लिए स्टार्टअप गुडफेलोज में निवेश की घोषणा की है। हालांकि, निवेश की राशि का खुलासा नहीं किया गया है। टाटा ग्रुप से रिटायर होने के बाद रतन टाटा लगातार स्टार्टअप का समर्थन करते रहे हैं। अब तक 50 से अधिक कंपनियों में निवेश कर चुके हैं। इस नए स्टार्टअप गुडफेलोज की स्थापना शांतनु नायडू ने की है। कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से पढ़े 25 वर्षीय नायडू, टाटा के ऑफिस में जनरल मैनेजर हैं और 2018 से उनके सहायक हैं। स्टार्टअप गुडफेलोज सीनियर सिटीजन के साथी के रूप में ‘काम’ करने के लिए युवा ग्रेजुएट्स को हायर करता है। आम तौर पर, एक साथी सप्ताह में तीन बार ग्राहक से मिलने जाता है और चार घंटों तक रहता है। एक महीने की मुफ्त सेवा देने के बाद गुडफेलोज 5,000 रुपए मंथली चार्ज लेती है।