अलवर – पूरे देश इस समय बुलडोजर चर्चा में हैं। कई राज्यों में गुंडों में बुलडोजर का खौफ है तो कई राज्यों में बुलडोजर के नाम पर सियासी पारा हाई है, वहीं 17 अप्रैल को राजस्थान के अलवर जिले में गहलोत सरकार का बुलडोजर 250 साल पुराने मंदिर पर चल गया। अलवर जिले के राजगढ़ में आने वाला यह मंदिर 250 साल पुराना था, इस मंदिर को अतिक्रमण बताकर तोड़ दिया गया।
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Toggleविकास के नाम पर तोड़ा 300 साल पुराना मंदिर
जानकारी के मुताबिक, अलवर जिले के राजगढ़ में मास्टर प्लान के नाम पर प्राचीन भवनों, दुकानों पर बुलडोजर चलवा दिया गया। कार्रवाई करने वाले अधिकारियाों ने विकास के नाम पर मंदिरों को भी तोड़ दिया। बुलडोजर की कार्रवाई से राजगढ़ कस्बे का मुख्य मार्ग खंडर में तब्दील हो गया। भवनों व दुकानों को बिना किसी मुआवजे के मास्टर प्लान का हवाला देकर ध्वस्त कर दिया। प्रशासन की कार्रवाई से मंदिर की मूर्तियां खंडित हुई हैं। इस दौरान ड्रील से तोड़ा गया 300 साल पुराना शिवलिंग भी टूट गया।
भाजपा ने पूछा – यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज्म ?
मंदिर को तोड़े जाने के बाद भाजपा कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। भाजपा के आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने इस मामले में कांग्रेस को घेरा है। उन्होंने कहा कि करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचानाए यही कांग्रेस का सेक्युलरिजम है।
अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया
फिलहाल शिवालय पर जूते पहनकर चढ़ने और मूर्तियों पर कटर मशीन चलाने से हिंदूवादी संगठन और भारतीय जनता पार्टी भड़क गए हैं, इसके विरोध में नगर पालिका के ईओ एसडीएम और राजगढ़ विधायक के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज करवाने के लिए तहरीर दी गई है, लेकिन अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।