गुना। नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़ीं समाजसेवी मेधा पाटकर ने केंद्र सरकार पर हल्ला बोला है। केंद्र द्वारा पारित खेती-किसानी से जुड़े तीन बिलों को वापस लेने के लिए जारी आंदोलन में शामिल पाटकर ने इन बिलों को किसान और खेत खत्म कर देने वाला बताया।
पाटकर ने गुना के लक्ष्मीगंज में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी सरकार आरोपी लगाया कि वह खेती को चारागाह बना देना चाहती है। इन कानूनों से न केवल किसानों के खेतों पर पूंजीपतियों का कब्जा होगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था भी निजी हाथों में हस्तांतरित हो जाएगी। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा 26 नवंबर को दिल्ली में किए जा रहे प्रदर्शन के लिए समर्थन जुटाने मेधा पाटकर गुना पहुंची थीं।