मध्यप्रदेश के सरकारी अफसरों को भा रही राजनीति - Mradubhashi - MP News, MP News in Hindi, Top News, Latest News, Hindi News, हिंदी समाचार, Breaking News, Latest News in Hindi
/

मध्यप्रदेश के सरकारी अफसरों को भा रही राजनीति

मध्यप्रदेश के सरकारी अफसरों को भा रही राजनीति

एसडीएम की नौकरी छोड़ेंगी छतरपुर की निशा बांगरे, आईपीएस पवन जैन लेंगे वीआरएस

ऐसा लगता है कि मध्यप्रदेश के अफसरों को सरकारी नौकरी छोड़ राजनीति ज्यादा अच्छी लग रही है। प्रदेश के दो अधिकारियों ने राजनीति में किस्मत आजमाने के संकेत दिए हैं। एक तरफ जहां छतरपुर के लवकुशनगर की एसडीएम निशा बांगरे ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है तो अब आईपीएस अधिकारी पवन जैन के बारे में कहा जा रहा है कि वे चुनाव लड़ने के लिए वीआरएस ले सकते हैं।

छतरपुर की एसडीएम निशा बांगरे ने प्रशासनिक सेवा छोड़कर मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने की इच्छा जताई है। हालांकि, उन्होंने अभी यह स्पष्ट नहीं किया कि वे किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी लेकिन निर्दलीय चुनाव लड़ने से उन्होंने इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वे जनता की मांग पर राजनीति में जाएंगी।

अभी सभी पार्टियां सर्वे करा रही हैं। इसके बाद वे तय करेंगी कि किस पार्टी में जाना है। उन्होंने कहा कि यदि अच्छे लोग आगे नहीं आएंगे तो राजनीति फिर सुधरेगी कैसी। पार्टियां सर्वे करा रही है। जिसमें उनका नाम भी सामने आया है। हालांकि पार्टी के नाम पर उन्होंने प्रदेश के दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों का नाम लिया। हालांकि उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने से इंकार किया।

नौकरी को हुए पांच साल
निशा ने विदिशा के इंजीनियरिंग कॉलेज से 2010 से 2014 के बीच पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने अमेरिका की बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम किया। इसके बाद 2016 में एमपी पीएससी की परीक्षा में उनका चयन डीएसपी के पद पर हुआ। इसके बाद 2017 में एमपी पीएससी में उनका चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ। अभी उनकी नौकरी को पांच साल हो चुके हैं।

लंबे समय से भाजपा के बड़े नेताओं के संपर्क में हैं जैन

पुलिस महानिदेशक होमगार्ड्स एवं आपदा प्रबंधन के पद पर पदस्थ आईपीएस अधिकारी पवन जैन ने राजस्थान के धौलपुर की राजखेड़ा सीट से भाजपा के पक्ष में चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। दरअसल वे राजाखेड़ा के ही रहने वाले हैं। यही कारण है कि उन्होंने यहां से दावेदारी जताई है। पवन के मुताबिक पार्टी ने कहा तो वे वीआरएस लेने के लिए भी तैयार है। पवन जैन लंबे समय से भाजपा के बड़े नेताओं के करीबी हैं।

कॉलेज में रहे एबीवीपी के सक्रिय कार्यकर्ता
1987 बैच में भारतीय पुलिस सेवा में जैन का चयन हुआ था। साहित्य में रूचि रखने वाले जैन किताबें लिखने के अलावा रचना पाठ करने के लिए विदेश जा चुके हैं। वे 1982 से 1985 तक राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर में एबीवीपी के सक्रिय कार्यकर्ता रहे। वे मध्य प्रदेश आईपीएस एसासिएशन के 2016 और 2017 में अध्यक्ष चुने गए। वे राष्ट्रपति पुलिस पदक समेत कई सेवाओं के लिए सम्मानित हो चुके हैं। उन्होंने अपनी पिता की स्मृति में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगागार जरूरतमंदों की मदद भी की।

आईएएस मिश्रा भी कर चुके ऐलान
इससे पहले राज्य प्रशासनिक सेवा से आईएएस बने वरदमूर्ति मिश्रा ने वीआरएस लेकर वास्तविक भारत पार्टी नाम से रजिस्ट्रेशन कराया है। उन्होंने भी आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है।